PATNA: बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी की सीट पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने गदर काट दिया है. पार्टी को चेतावनी दे दी है-इस बार विधायक का टिकट नहीं काटा तो सबक सिखा देंगे. बीजेपी के बागी नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के मौके पर लिट्टी-चोखा का भोज किया और पार्टी खुला मैसेज दे दिया.
पटना के कुम्हरार सीट का है मामला
मामला पटना शहर के कुम्हरार सीट का मामला है. ये वो सीट है जहां से पहले सुशील कुमार मोदी चुनाव जीतते थे. उन्होंने सीट खाली की तो उनके खास अरूण कुमार सिन्हा को टिकट मिला. अरूण कुमार सिन्हा लगातार चौथी बार इस सीट से विधायक हैं. कुम्हरार सीट बिहार में बीजेपी की सबसे सुरक्षित सीट मानी जाती है. यहां बीजेपी के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने अपनी ही पार्टी के विधायक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
बीजेपी नेताओं ने कहा-भ्रष्ट हैं विधायक
कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन था. विधायक अरूण कुमार सिन्हा के विरोधी नेताओं ने इस मौके पर बैठक की. उन्होंने विधायक पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाये. विधायक के विरोधियों ने पहले केक काट कर पीएम का जन्मदिन मनाया और फिर लिट्टी चोखा भोज कर अपनी एकजुटता दिखायी. उन्होंने भोज के बहाने विधायक अरूण कुमार सिन्हा के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोल दिया.
विधायक विरोधी नेताओं-कार्यकर्ताओं की बैठक में बीजेपी के कई अहम नेता भी शामिल थे. बिहार बीजेपी के पूर्व मीडिया प्रभारी दीपक अग्रवाल भी इस बैठक में मौजूद थे. दीपक अग्रवाल ने कहा कि अगर बीजेपी ने इस बार कुम्हरार से अपना प्रत्याशी नहीं बदला तो वो और उनके जैसे सैंकड़ों भाजपा कार्यकर्ता चुनाव प्रचार के कार्य से अलग हो जाएंगे. उन्होंने कहा कि विधायक के कार्यकलापों से पार्टी के कार्यकर्ताओं और आम लोगों में भारी आक्रोश है. गौरतलब है कि इससे पहले भी भाजपा कार्यकर्ताओं के एक गुट ने बैनर लगा कर अरुण कुमार सिन्हा को बेटिकट करने की मांग की थी.
कुम्हरार सीट पर बीजेपी कार्यकर्ताओं का विद्रोह पार्टी की नींद उड़ा सकता है. कुम्हार ऐसा विधानसभा क्षेत्र है जहां पिछले 30 सालों से लगातार बीजेपी जीतती आ रही है. फिलहाल अरुण कुमार सिन्हा विधायक हैं जो लगातार चार बार यहां से जीत चुके हैं. इससे पहले इस विधानसभा से बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी जीत कर विधानसभा जाते रहे थे. सुशील मोदी जब सांसद चुने गये तो उन्होंने ही अरूण कुमार सिन्हा को यहां से टिकट दिलवाया था. बीजेपा का गढ़ माने जाने वाले इस सीट पर अब खुद भाजपा के कार्यकर्ता ही अपनी पार्टी को अल्टीमेटम दे रहे हैं.
विधायक बोले-नोटिस नहीं लेते
अपनी ही पार्टी के कार्यकर्ताओं-नेताओं द्वारा लगाया जा रहे भ्रष्टाचार जैसे गंभीर आरोपों पर विधायक अरूण कुमार सिन्हा ने कहा कि कुछ तो लोग कहेंगें लोगों का काम है कहना. विधायक ने कहा कि वे ऐसी बातों का नोटिस नहीं लेते लेकिन कुछ लोग ऐसा इसलिए कर रहे हैं ताकि मैं झुक जाऊं और उनके इशारे पर चलूं. लेकिन ऐसा होगा नहीं. विधायक अरूण कुमार सिन्हा ने कहा कि 2015 में जब बीजेपी-जेडीयू अलग अलग चुनाव लड़ रही थी तो भी वे 37 हजार वोट से जीत कर आये थे. इस दफे तो रिकार्डतोड़ वोटों से जीतने जा रहे हैं.