PATNA: विधानसभा चुनाव के पहले पलायन को लेकर बिहार के डिप्टी सीएम और बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने जो बयान दिया उससे पार्टी सहमी हुई है. दरअसल भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेताओं को सुशील मोदी का यह बयान सेल गोल लग रहा ह.ै पर यही वजह है कि बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने सुशील मोदी के बयान पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाने के लिए पटना पहुंचे संबित पात्रा ने सुशील मोदी के बयान पर चुप्पी साध ली.
संबित पात्रा से जब पलायन वाले सुशील मोदी के बयान पर प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने यह कहते हुए कोई टिप्पणी करने से मना कर दिया कि उन्होंने सुशील मोदी का बयान नहीं देखा है.जिस बयान को लेकर बिहार में सियासी पारा सबसे ज्यादा गर्म है लगातार बीजेपी की फजीहत हो रही है नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से लेकर विपक्ष के तमाम नेताओं ने इस बयान को मुद्दा बनाया हुआ है उस बयान को पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने नहीं सुना. यह बात अपने आप में हास्यासपद लेकिन हकीकत यह है कि सुशील मोदी ने जो बयान दिया था उससे पार्टी अनकंफरटेबल है.
सवाल है कि जिस प्रेस काॅन्फ्रेंस में संबित पात्रा आरजेडी के दिवंगत नेता रघुवंश प्रसाद सिंह पर 15 दिन पहले तेजप्रताप यादव ने क्या कहा था उसको लेकर वे हमले कर रहे थे, संबित पात्रा को 15 दिन पहले तेजप्रताप यादव द्वारा दिया गया बयान याद है लेकिन 5 दिन पहले दिया गया अपनी पार्टी के नेता और बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी के बयान के बारे में उनको जानकारी नहीं है। फजीहत बढ़ती है अक्सर बड़े-बड़े दल और नेता इसी तरह बैकफुट पर आते हैं क्योंकि ऐसे बयानों से नुकसान तय होता है वो भी अगर बयान चुनाव के वक्त दिये गये हों।संबित पात्रा एनडीए में मचे घमासान और चिराग पासवान से जुड़े सवालों से भी पल्ला झाड़ गये। चिराग पासवान को लेकर जब संबित पात्रा से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैं संसदीय बोर्ड का सदस्य नहीं हूं मैं पार्टी का प्रवक्ता हूं।