PATNA: पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि 12 जून की बैठक से पहले ही नीतीश कुमार की विपक्षी एकता का गुब्बारा फूट गया है. पहले नवीन पटनायक ने बैठक में आने से साफ इंकार कर दिया था अब तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर की पार्टी बीआरएस ने भी 12 जून की विपक्षी एकता बैठक में शामिल होने से इनकार दिया. यह नीतीश कुमार को लगा और एक झटका है.
सुशील मोदी ने कहा कि केसीआर ने विपक्ष शासित चार राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक में नीतीश कुमार को न्योता नहीं दिया था. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के विदेश यात्रा पर रहने के कारण कांग्रेस की दूसरी-तीसरी कतार का कोई नेता ही पटना की विपक्षी जुटान में शामिल होगा. इसका कोई मतलब ही नहीं है.
सुशील मोदी ने कहा कि कांग्रेस दिल्ली और पंजाब में केजरीवाल से कोई समझौता करने को राजी नहीं है. जस्टिस दीपक मिश्र के विरुद्ध महाभियोग और दिल्ली संबंधी अध्यादेश के मुद्दे पर भी कांग्रेस ने केजरीवाल का साथ नहीं दिया. फिर इनके बीच एकता कैसे संभव है?
सुशील मोदी ने पूछा है कि क्या नीतीश कुमार कांग्रेस को केरल और बंगाल में वहां के सत्तारूढ दलों यानि माकपा और टीएमसी के लिए मैदान छोड़ने को राजी कर सकते हैं? सिर्फ एक व्यक्ति नरेंद्र मोदी और एक दल भाजपा को केंद्र की सत्ता से हटाने के नकारात्मक मुद्दे पर विपक्षी दलों को इकट्ठा करने की मंशा कभी सफल नहीं होगी. ये अभी से ही साफ दिख रहा है.