PATNA : एक्टर सुशांत सिंह राजपूत केस को लेकर इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है। सूत्रों के हवाले से मिल रही इस खबर के मुताबिक नीतीश सरकार किसी भी पल इस केस की सीबीआई जांच की अनुशंसा कर सकती है। सरकार सुशांत के परिवार की तरफ से केवल औपचारिक मांग मिलने का इंतजार कर रही है। सरकार के अंदर विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस मसले पर सुशांत के परिवार वाले लगातार सरकार के संपर्क में है और अब केस की सीबीआई जांच को लेकर औपचारिक मांग करने की तैयारी है। सुशांत के परिवार वालों की तरफ से वकील ने इस बात की जानकारी दी है कि इस मामले में अब सीबीआई जांच की मांग की जा रही है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहले ही कह चुके हैं कि अगर सुशांत के परिवार की तरफ से सीबीआई जांच की मांग आती है तो हम इसके लिए अनुशंसा करेंगे। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री के करीबी और राज्य सरकार के मंत्री संजय झा लगातार सुशांत के पिता के के सिंह और उनके बहनोई के संपर्क में हैं। मुंबई पुलिस ने जिस तरह सुशांत केस को लेकर रवैया अपनाया है उसके परिवार वाले संतुष्ट नहीं हैं। सुल्तान के पिता के के सिंह ने सोमवार को एक वीडियो मैसेज के जरिए यह खुलासा किया था कि 25 फरवरी को उनकी तरफ से मुंबई पुलिस को इस बात की जानकारी दी गई थी कि सुशांत की जान को खतरा हो सकता है लेकिन उसके बावजूद इस पर कोई एक्शन नहीं लिया। पटना में एफ आई आर दर्ज होने के बाद बिहार पुलिस ने मुंबई में जाकर वहां जांच की है और कई महत्वपूर्ण जानकारियां इकट्ठा की है।
सूत्र बता रहे हैं कि बिहार पुलिस की टीम ने जो सबूत इकट्ठा किए हैं उसके बाद सरकार भी यह मानकर चल रही है कि सुशांत केस में कई अहम राज अभी भी छिपे हुए हैं। मुंबई पुलिस के विरोध के बावजूद बिहार की टीम ने जो जानकारी जुटाई है उसके बाद केस का प्लेटफार्म तैयार हो गया है और सरकार डीआईजी लेवल के एक अधिकारी के जरिए इन सारी चीजों को अगले स्टेप में ऑपरेट करना चाहती है। लेकिन सुशांत केस के आरोपियों को अगर मुंबई से बिहार लाना हुआ तो इसके लिए भी नए सिरे से बखेड़ा होगा। इन सभी संभावनाओं को देखते हुए अब सीबीआई जांच ही सबसे बेहतर विकल्प लग रहा है। अब सुशांत के परिवार वाले सीबीआई जांच की मांग करेंगे और सरकार इसकी अनुशंसा करती है तो सीबीआई किसी भी राज्य पुलिस के दायरे में आए बगैर इसकी जांच कर सकती है। इंतजार इस बात का है कि सुशांत के परिवार की तरफ से औपचारिक मांग कब आती है।