SUPAUL: कोसी तटबंध के अंदर अवैध रूप से मिट्टी और बालू के खनन का काम धड़ल्ले से जारी है। बावजूद इसके जिला प्रशासन मूकदर्शक बनी हुई है। अवैध खनन किए जाने से इलाके में बाढ़ की संभावना बढ़ गयी है जिससे इलाके के लोगों में दहशत का माहौल हैं।
सुपौल में अवैध खनन का गोरखधंधा इन दिनों चरम पर है। इससे सरकार को लाखों का चूना लग रहा हैं। त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र के बभनगामा पंचायत के बघला धार से तकरीबन 500 ट्रैक्टर मिट्टी कटाई कर खनन माफिया ने निजी कंस्ट्रक्शन कंपनी के हाथों बेच दिया।
खनन माफिया से जब पूछा गया कि आप ऐसा क्यों कर रहे हैं? तो उसने एक लेटर दिखाया। यह लेटर जल निस्सरण कार्य प्रमंडल राघोपुर के कार्यपालक अभियंता से निर्गत किया गया है। जब विभाग के अधिकारी से फोन पर संपर्क किया गया तब लेटर जारी करने वाले अधिकारी ने बताया कि मुझे बरगला कर यह लेटर बनवाया गया है। इस मामले को लेकर जब प्रभारी खनन पदाधिकारी से बात की गई तो उनका कहना था कि मामले की जांच कराई जाएगी।
बुधवार को प्रभारी खनन पदाधिकारी अपनी टीम के साथ त्रिवेणीगंज पहुंचे थे औऱ छापेमारी के दौरान उन्होंने बघला धार के पास से एक बालू लदे ट्रैक्टर को पकड़ा। ट्रैक्टर को त्रिवेणीगंज थाने को सौंपा गया और कार्रवाई की बात कही गयी। मिट्टी की अवैध कटाई के मामले में उन्होंने बताया कि बघला नदी से अवैध खनन कर ले जा रहे बालू लदे ट्रैक्टर को पकड़ा गया है। प्रभारी खनन पदाधिकारी ने बताया कि इस मामले पर कार्रवाई की जाएगी।