DESK: बिहार में रहने वाले एक साधु ने अयोध्या में अपना हाथ काट काट डाला। सरयू नदी के तट पर स्नान किया फिर पूजा पाठ करने के बाद धारदार हथियार से पंजा अलग कर दिया। जिसके बाद वह जमीन पर गिर पड़ा। खुन से लथपथ साधु विमल मंडल को आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया। इस दौरान साधु ने कहा कि वह बिहार में व्याप्त भ्रष्टाचार से परेशान है। 15 मार्च को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से वह मिला था और भ्रष्टाचार पर काबू पाने की मांग की थी लेकिन उसकी बातें सुनी नहीं गयी। जिसके बाद उसने यह कदम उठाया। साधु का कहना है कि बिहार में भ्रष्टाचार का बोलबाला है खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी नहीं सुनते है।
साधु विमल मंडल बिहार के अररिया जिले का रहने वाला है। उसकी बातों में कितनी सच्चाई है इसकी जांच अयोध्या पुलिस ने शुरू कर दी है। नयाघाट चौकी इंचार्ज विजयंत मिश्रा ने बताया कि साधु की नाराजगी बिहार सरकार से है। उसका कहना था कि बिहार में भ्रष्टाचार को लेकर वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी मिल चुका है लेकिन उसकी बात को तवज्जों नहीं दी गई।
साधु कहता है कि वो समाजसेवी है और बिहार का रहने वाला है। बिहार के भ्रष्टाचार को लेकर वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी चिट्ठी लिख चुका है। जिसमें उसने यह भी लिखा था कि यदि एक अक्टूबर तक बिहार के भ्रष्टाचार को सार्वजनिक नहीं किया गया तो वह अपना हाथ काट लेगा। सोमवार को वह सरयू नदी के तट पर नहाने के लिए पहुंचा जहां स्नान करने के बाद पूजा-अर्चना किया उसके बाद धारदार हथियार से अपने हाथ के पंजे को अलग कर दिया।
साधु के इस कदम से लोग भी हैरान हैं। फिलहाल इस पूरे मामले की जांच की जा रही है। इस पूरे मामले को तंत्र-मंत्री से भी जोड़कर देखा जा रहा है क्योंकि आज महाअष्टमी है और आज के दिन उसने अपने हाथ का पंजा काट लिया। पुलिस हरेक बिन्दुओ की जांच कर रही है।