गयाजी में किसान सम्मेलन का आयोजन, सूरज यादव ने किसानों की आवाज़ बनने का लिया संकल्प थाने के लॉकअप से फरार कैदियों को पुलिस ने दबोचा, चौकीदार और OD ऑफिसर पर सहरसा SP ने की कार्रवाई बाढ़ पीड़ितों के लिए मुआवजे की मांग: अनशन के दौरान RJD नेता की बिगड़ी तबीयत, अस्पताल में मिलने पहुंचे मनोज झा मुजफ्फरपुर: कॉलेज प्राचार्या पर महिला कर्मी की पिटाई और वसूली का आरोप, मानवाधिकार आयोग पहुंचा मामला पूर्णिया में NSD का नाट्य उत्सव: विद्या विहार स्कूल में 21-22 सितम्बर को विशेष प्रस्तुतियाँ बिहार में चुनावी सरगर्मी हुई तेज: शाह-नीतीश की मुलाकात के बाद JDU ने की बैठक, राहुल और तेजस्वी पर साधा निशाना अमित शाह का बेगूसराय दौरा, राहुल-लालू-तेजस्वी पर साधा जमकर निशाना पटना के गर्दनीबाग में 28.66 करोड़ से बनेगा आधुनिक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, क्रिकेट की 15 पिचों समेत जिम-हॉल की सुविधा BIHAR NEWS : 'एक दिन एक घंटा एक साथ’, बिहार में ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान शुरू, गंगा तटवर्ती जिलों में पहुँचेगा स्वच्छता संदेश कल BJP के किस नेता का नंबर..? प्रशांत किशोर चौथा किस्त जारी करेंगे, दावा- जो फड़फड़ा रहा वो धाराशाई होकर गिर जाएगा
1st Bihar Published by: Updated Mon, 06 Jan 2020 03:00:15 PM IST
- फ़ोटो
RANCHI : झारखंड के नये सीएम हेमंत सोरेन का मानवीय चेहरा तब नजर जब एक सूखा भात खाते एक बच्चे की तस्वीर देख वे विचलित हो उठे। उन्होनें उपायुक्त से तुरंत इस बच्चे की सुरक्षा, शिक्षा एवं समुचित पोषण की व्यवस्था कर जानकारी देने को कहा है।
सूखा भात खा रहे बच्चे की तस्वीर सोशल मीडिया के जरिए सीएम हेमंत सोरेन तक पहुंची तो वे इस पर बिना एक्शन लिए नहीं रह सके। सीएम ने अपने ऑफिशियल एकाउंट से ट्वीट कर चाईबासा के डीसी को आवश्यक निर्देश जारी किए हैं। दरअसल वायरल तस्वीर में दिख रहे बच्चे की माता-पिता की दो दिन पहले ही हत्या हो चुकी है। हमले में यह खुद, एक भाई और बड़ी बहन घायल हो गए थे। इन अनाथ बच्चों का चाइल्ड लाइन की देख-रेख में चाईबासा के सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है। रविवार को अन्य मरीजों के साथ ही इस बच्चे को भी खाने में सिर्फ भात मिला, न सब्जी और न दाल। चाइल्ड लाइन की सदस्य सुनीता करूवा ने आपत्ति की तो आधे घंटे बाद दाल-सब्जी दी गई। लेकिन तबतक यह भूखा बच्चा सूखा भात खा चुका था।
बता दें कि झारखंड के सिमडेगा में 2017 में संतोषी कुमारी की मौत भूख से हो गई थी। 11 साल की संतोषी को 8 दिन से खाना नहीं मिला था। भात-भात करते उसकी जान चली गई थी। इस खबर ने देशभर को झकझोर कर रख दिया था।