PATNA : पटना के टॉप टेन अपराधियों में से एक माणिक सिंह को एसटीएफ ने हजारीबाग में छापेमारी कर गिरफ्तार कर लिया. माणिक ओक सप्ताह से हजारीबाग के चंद किलोमीटर दूर एक निर्माणाधीन मकान में रह रहा था.
एसटीएफ की टीम जैसे ही गुरुवार को वहां पहुंची तो कुख्यात अपराधी डर से कांपने लगा. हाथ-पांव जोड़कर एनकाउंटर के डर से गिड़गिड़ाने लगा. एसटीएफ की टीम ने उसे पकड़कर पटना पुलिस के हवाले कर दिया.
उसकी निशानदेही पर पुलिस ने पांडव सेना के संचालकर संजय सिंह को गोली मारने वाले माणिक गिरोह के दो गुर्गों उज्जवल औऱ वीरु को गिरफ्तार कर लिया. इसके साथ ही पुलिस ने आरा के चांदी थाना के खनगाव से पुलिस ने उसकी निशानदेही पर छापेमारी करते हुए हथियार के साथ तीन अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है.
बता दें कि नौबतपुर के शंभूपुरा का रहने वाला माणिक अपने पिता मनोज सिंह के साथ मिलकर बाप- बेटा गिरोह का संचालन करता है. हाल ही में उसने एक कंस्ट्रक्शन कंपनी से 50 लाख की रंगदारी नहीं मांगी थी, वहीं रंगदारी नहीं देने पर कंपनी की साइट पर जाकर उसके गुर्गों ने गोलीबारी और बमबाजी की थी. बाप -बेटा गिरोह व्हाट्सएप पर कॉल करके कारोबारी और ठेकेदारों से रंगदारी मांगता था. 12 साल की उम्र में ही हथियार उठा चुका कुख्यात माणिक ने सबसे पहले खगौल में एक मार्बल कारोबारी की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इसके बाद उसने जमशेदपुर में कुख्यात रंजीत चौधरी के साथ मिलकर ठेकेदार की गोली मारकर हत्या कर दी थी.