सबसे बड़े सोना लूट कांड में पुलिस के हाथ अब तक खाली, जांच के लिए SIT गठित

सबसे बड़े सोना लूट कांड में पुलिस के हाथ अब तक खाली, जांच के लिए SIT गठित

PATNA: बिहार में अब तक के सबसे बड़े सोना लूट कांड में पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं. हाजीपुर मुथूट फाइनेंस से 55 किलो सोना लूट मामले में अब पुलिस ने SIT गठित की है. अपराधियों को पकड़ने के लिए एसआईटी का गठन किया गया है. हेडक्वार्टर आईजी नैयर हसनैन खां ने तिरहुत रेंज के आईजी के नेतृत्व में एसआईटी गठित की है, जिसमें विभिन्न जिलों के 5 एसपी और पटना STF के एक, वैशाली के तीनों अनुमंडल के डीएसपी को शामिल किया गया है. 


बिहार में अब तक के सबसे बड़े सोना लूट कांड को बिहार पुलिस ने संवेदनशील कांड माना है. इस कांड के खुलासे और अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए बिहार पुलिस मुख्यालय आईजी नैयर हसनैन खां ने आदेश दिया है कि SIT में शामिल सभी पुलिस पदाधिकारी रेंज आईजी के निर्देश पर काम करेंगे और हर रोज इस कांड की प्रगति रिपोर्ट भी देंगे.


इससे पहले पुलिस ने खुलासा करते हुए कहा था कि करीब 9 महीने पहले मुजफ्फरपुर मुथूट फाइनेंस से 33 किलो सोना लूटने वाले गैंग ने ही हाजीपुर में भी सोना लूटा. पुलिस के मुताबिक विकास झा गैंग ने ही इन दोनों बड़ी लूट की वारदात को अंजाम दिया है. तिरहुत के आईजी गणेश कुमार ने मास्टरमाइंड विकास झा समेत 3 अपराधियों की तस्वीर जारी की है. मास्टरमाइंड विकास झा समस्तीपुर के सादपुर पहरा का रहने वाला है. वहीं पुलिस की लिस्ट में लालगंज का रहना वाला विरेंद्र शर्मा और वैशाली का रहना वाला एक नाबालिग भी शामिल है. पुलिस ने हाजीपुर सोना लूट मामले में जिन 3 अपराधियों की तस्वीर जारी की है, उनमें से दो अपराधी मुजफ्फरपुर सोना लूट मामले में भी शामिल हैं. 


इन दोनों लूट की घटनाओं के मास्टरमाइंड विकास की तलाश पुलिस को बेगूसराय में 12 दिन पहले 3 कारोबारियों से पौने चार करोड़ लूट मामले में भी है. पुलिस की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि हाजीपुर मुथूट फाइनेंस से सोना लूटने की साजिश की प्लानिंग एक महीने से रची जा रही थी. वहीं सोना लूट की वारदात को अंजाम देने वाले शातिरों का कनेक्शन पटना से भी जुड़ रहा है. पुलिस ने इस मामले में हाजीपुर, पटना सिटी, कुम्हरार और इसके आसपास के इलाकों में छापेमारी भी की है. फिलहाल पुलिस इस मामले की तफ्तीश कर रही है.