PATNA : बिहार विधानसभा चुनाव के पहले अचानक सुर्खियों में आई नेहा सिंह राठौर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. बिहार में का बा वाले गाने से सोशल मीडिया पर चर्चित हो चुकी नेहा सिंह राठौर के खिलाफ जौनपुर में मुकदमा दर्ज किया गया है. नेहा के खिलाफ उनके गाने चला देखिए जौनपुर के B.Ed कॉलेज को आपत्तिजनक बताते हुए जौनपुर के सीजीएम फोर्थ की कोर्ट में मुकदमा दायर किया गया है.
नेहा सिंह राठौर के खिलाफ दायर किए गए मुकदमे में आरोप लगाया गया है कि उन्होंने इस गाने में आपत्तिजनक के शब्दों का इस्तेमाल किया और सोशल मीडिया पर उसे प्रमोट किया. गाने किस शैली और भाव भंगिमा के साथ शब्दों को अपमानजनक बताया गया है. नेहा के खिलाफ मुकदमे में यह भी आरोप है कि जौनपुर से B.Ed करने वाली महिलाओं के बारे में अपमानजनक के शब्द कहे गए हैं. जिससे महिलाओं की गरिमा को नुकसान पहुंचा है.
कोर्ट से यह आग्रह किया गया है कि वह इस मामले में एफआईआर दर्ज कराने की मंजूरी दे. नेहा सिंह राठौर के खिलाफ विवाद का यह पहला कोई मामला नहीं है. इसके पहले भी इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रों ने उनके ऊपर इसी तरह का आरोप लगाया था. इलाहाबाद यूनिवर्सिटी को लेकर नेहा सिंह राठौर ने एक गाना गाया था. जिसके बाद वह विवादों में घिर गई थी. इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्र छात्राओं ने नेहा सिंह राठौर का न केवल विरोध किया था बल्कि उनके ट्विटर और फेसबुक अकाउंट को रिपोर्ट भी किया था. तब नेहा ने ट्विटर के जरिए सफाई दी थी और कहा था कि गाने को लेकर इतना भावुक होने की आवश्यकता नहीं है. जो लोग इलाहाबाद विश्वविद्यालय की संस्कृति को अपमानित करने का आरोप लगा रहे हैं उन्हें समझना चाहिए कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय को ऑक्सफोर्ड ऑफिस कहा जाता था लेकिन अब ऐसा नहीं है.
जौनपुर B.Ed कॉलेज को लेकर नेहा सिंह राठौर ने जब गाना गाया तो अधिवक्ता हिमांशु श्रीवास्तव और उपेंद्र विक्रम सिंह ने नेहा को लीगल नोटिस जारी किया था. इन दोनों ने नेहा सिंह राठौर से लिखित माफी के लिए कहा था लेकिन जब गायिका नेहा सिंह राठौर की तरफ से कोई जवाब नहीं मिला तो बरसठी के पूरेसवा निवासी रवि प्रकाश पाल की तरफ से कोर्ट में मुकदमा दायर किया गया.