PATNA : राष्ट्रीय जनता दल में जाने के बाद पूर्व मंत्री श्याम रजक लगातार नीतीश सरकार पर हमलावर हैं. श्याम रजक ने आज दलितों का सवाल उठाते हुए एक बार फिर नीतीश सरकार पर हमला बोला है और अब श्याम के इस सवाल पर नीतीश कैबिनेट के दो मंत्रियों ने पलटवार किया है. राज्य के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी और परिवहन मंत्री संतोष निराला ने श्याम रजक के आरोपों का जवाब दिया है.
मंत्री अशोक चौधरी ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दलितों के उत्थान के लिए जितना किया है, उतना पिछली किसी सरकार ने नहीं किया. बिहार विधानसभा के अध्यक्ष का पद दो-दो बार एक महादलित को दिया गया. उदय नारायण चौधरी आज नीतीश कुमार की आलोचना कर रहे हैं लेकिन उन्हें दो बार स्पीकर नीतीश कुमार ने बनाया.
इतना ही नहीं एक महादलित को अपनी कुर्सी नीतीश कुमार ने दी जीतन राम मांझी हमारी पार्टी के नेता थे, जिन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नीतीश कुमार ने बैठाया, जो श्याम रजक आज नीतीश कुमार पर आरोप की झड़ी लगा रहे हैं. उन्हें लंबे वक्त तक के मंत्री बनाए रखा. हालांकि अब उन्हीं को यह लग रहा है कि नीतीश कुमार दलित विरोधी हैं. यह बेहद हास्यास्पद बयान है.
उधर श्याम रजक और आरजेडी के अन्य नेताओं के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए मंत्री संतोष निराला ने पूछा है कि क्या आरजेडी किसी दलित या महादलित को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बना सकती है. संतोष ने कहा है कि अगर आरजेडी में साहस है, तो वह श्याम रजक, उदय नारायण चौधरी या फिर रमई राम को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए.