PATNA : नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव नये झमेले में पड गये हैं. बिहार के पहले मुख्यमंत्री श्री कृष्ण सिंह की पुण्यतिथि पर उन्होंने अनुग्रह नारायण सिंह की तस्वीर को श्रद्धांजलि दे दी. नतीजतन जेडीयू-बीजेपी को तेजस्वी पर हमला बोलने का नया मौका मिल गया है.
तेजस्वी से हुई चूक
दरअसल आज बिहार के पहले मुख्यमंत्री श्री कृष्ण सिंह की पुण्यतिथि है. उनके पुण्यतिथि के मौके पर उन्हें श्रद्धांजलि देन के लिए तेजस्वी प्रसाद यादव ने ट्वीट किया. लेकिन उन्होंने जो ट्वीट किया उसमें फोटो अनुग्रह नारायण सिंह की लगा दी. यानि नाम श्री बाबू का और फोटो अनुग्रह नारायण सिंह. तेजस्वी के इस ट्वीट ने विपक्षी जेडीयू-बीजेपी को मसाला दे दिया है.
नीरज कुमार का हमला
तेजस्वी के ट्वीट के बाद जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने उन पर हमला बोला है. नीरज कुमार ने ट्वीट कर पूछा है “पुण्यतिथि श्रद्धेय डॉ० श्रीकृष्ण सिंह का और फोटो श्रद्धेय स्व० अनुग्रह बाबू, का ज्ञान से घृणा अथवा सामाजिक घृणा का प्रकटीकरण है”
नीरज कुमार ने दूसरा ट्वीट भी किया है. उन्होंने लिखा है “भाड़े का ज्ञान ने किया विस्फोट, लेकिन गुनाहगार आप ही माने जायेंगे? राजनैतिक पर्यटक कैसे जानेंगे, बिहार के महापुरुषों को आप तो भ्रष्टाचारी, जेल में बंद अपराधी को ही जानते हैं”
उधर आरजेडी नेताओं ने सफाई दी है. आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि तेजस्वी यादव खुद ग्राफिक्स डिजायन नहीं करते. उनके ट्वीट के लिए ग्राफिक्स डिजायन करने वाले से गलती हुई. महत्वपूर्ण बात ये है कि तेजस्वी की भावना क्या है. मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि नीरज कुमार के अराध्य नीतीश कुमार ने श्रीबाबू की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि का एक शब्द कहने की जहमत नहीं उठायी. तेजस्वी ने श्रीबाबू को याद किया तो जेडीयू को नागवार गुजर रहा है. अब तस्वीर लगाने में हुई मानवीय भूल को मुद्दा बनाया जा रहा है. जेडीयू को जवाब देना चाहिये कि नीतीश कुमार क्यों नहीं श्रीबाबू जैसे महापुरूषों को याद करते हैं. क्या नीतीश कुमार के सामने श्रीबाबू की कोई अहमियत नहीं है.