PATNA : बिहार विधान मंडल बजट सत्र का आज 12 वीं बैठक है। आज के दिन सदन के अंदर मध निषेध और निबंधन विभाग का बजट अनुदान मांग पेश किया जाएगा। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि शराबबंदी कानून को लेकर बिहार के विपक्ष में बैठी पार्टी भाजपा एक बार फिर से सदन में हंगामा कर सकती है।
दरअसल, बिहार सरकार शराबबंदी कानून को सफल बनाने में अरबों रुपया खर्च कर रही है। लेकिन इसके बावजूद इस कानून का क्या असर है वह किसी से छुपा हुआ नहीं है। ऐसे में आवाज बिहार विधानसभा के अंदर मध निषेध एवं निबंधन विभाग का बजट अनुदान राशि पेश होना है। इसके साथ ही है उम्मीद जताई जा रही है कि भारतीय जनता पार्टी के तरफ से मध निषेध विभाग में कटौती प्रस्ताव पेश किया जाएगा। इसके साथ ही साथ शराबबंदी को लेकर भाजपा विरोध प्रदर्शन कर सकती है।
मालूम हो कि शुक्रवार को विधानसभा में प्रश्नकाल में तारांकित प्रश्न अनुसूचित प्रश्न लिए जाएंगे साथ ही शून्य निकाल भी लिया जाएगा। इस दौरान पिछले तीन बैठकों का गिलोटिन कार्य भी किए जाएंगे। गिलोटिन कारवां होते हैं जो बैठक स्थगित कर दी जाती है और उनके कार्य को दूसरों बैठक में शामिल कर दिया जाता है। वहीं धान ध्यानाकर्षण की सूचनाएं दी जाएगी साथ ही आज ऊर्जा विभाग की बजट अनुदान मांग है तो इससे जुड़ी प्रतिवेदन भी रखे जाएंगे।
इसके अलावा द्वितीय पाली में वित्तीय कार्य होंगे। जिसमें 4 विभागों का बजट अनुदान मांग पेश किया जाएगा। यह विभाग हैं और ऊर्जा विभाग, मद्य निषेध और निबंधन विभाग, योजना और विकास विभाग और विधि विभाग के अनुदान बजट की मांग की जाएगी।
आपको बताते चलें कि पिछले दिनों छपरा के मसरख में जहरीली शराब के कारण 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी जिसके बाद भाजपा की तरफ से इसका जोरदार विरोध किया गया था। जिसके बाद सरकार बैकफुट पर आई थी और इस मामले में जांच की बात कही गई थी। ऐसे में जब आज इस विभाग का बजट पेश होगा तो आसार जताए जा रहे हैं कि भाजपा उन तमाम मुद्दों को फिर से एक बार सदन में उठाना चाहेगी और सरकार से उसका जवाब मांगना चाहेगी।