केंद्र सरकार ने गैलेंट्री अवॉर्ड्स का किया ऐलान, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में बहादुरी दिखाने वाले सैनिकों को मिला वीर चक्र सम्मान कैमूर में आपसी विवाद में चली चाकू, 15 वर्षीय किशोर की इलाज के दौरान मौत बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ. श्रीकृष्ण सिंह की जयंती: युवा चेतना के राष्ट्रीय संयोजक बोले..‘श्रीबाबू में थी प्रधानमंत्री बनने की क्षमता’ कटिहार की सियासत में बड़ा उलटफेर: 30 साल बाद राजद से छिनी परंपरागत सीट, अब वीआईपी के खाते में Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव में EC की सख्ती का असर, अबतक 71 करोड़ रुपये से अधिक कैश, शराब और ड्रग्स जब्त Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव में EC की सख्ती का असर, अबतक 71 करोड़ रुपये से अधिक कैश, शराब और ड्रग्स जब्त आरा में दर्दनाक सड़क हादसा: स्कॉर्पियो और बाइक की टक्कर में दो दोस्तों की मौके पर मौत जमुई विधानसभा चुनाव से पहले पुलिस की बड़ी कार्रवाई: AK-47 का मैगजीन और दो जिंदा कारतूस बरामद Rakhi Sawant Trolled: दिवाली की रात मां की कब्र पर शैंपेन की बोतल लेकर पहुंची ड्रामा क्वीन राखी सावंत, वीडियो देखकर भड़के यूजर्स Rakhi Sawant Trolled: दिवाली की रात मां की कब्र पर शैंपेन की बोतल लेकर पहुंची ड्रामा क्वीन राखी सावंत, वीडियो देखकर भड़के यूजर्स
1st Bihar Published by: Updated Tue, 01 Sep 2020 07:55:18 AM IST
- फ़ोटो
DESK : एक ही व्यक्ति अब कई जगह शिक्षक नियुक्त होकर वेतन नहीं उठा सकते हैं. राज्य सरकार व शिक्षा विभाग ने शिक्षकों की नियुक्ति में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए कारगार व्यवस्था की है. इन सबके साथ यह कोई अपराधिक छवि का व्यक्ति सरकारी विद्यालयों में शिक्षक नहीं बन पाएगा. शिक्षा विभाग ने पंचायत और प्रखंड प्रारंभिक तथा जिला परिषद और नगर निकाय माध्यमिक उच्च माध्यमिक शिक्षकों के लिए लागू चारों नियोजन नियमावली में दो बिंदुओं पर महत्वपूर्ण संशोधन किया है.
राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि शिक्षकों की नियुक्ति के लिए अभ्यर्थियों को उनका फोटो लगा नियुक्ति पत्र दिया जाएगा. इसकी प्रति नियोजन इकाई में भी उसी रूप में संरक्षित रहेगी.
बता दें कि इसी 18 अगस्त को बिहार मंत्रिमंडल की स्वीकृति के बाद पिछले सप्ताह ही विभाग की ओर से संशोधित नियुक्ति नियमावली और शिक्षकों के लिए नहीं सेवा शर्त लागू कर दी गई है. प्रारंभिक शिक्षकों की नियुक्ति पत्र जारी होने के बाद 30 दिनों का समय योगदान के लिए दिया जाएगा .यदि शिक्षक ज्वाइंन नहीं करते हैं तो उनकी जगह दूसरे व्यक्ति को मेधा सूची के आधार पर नियुक्ति पत्र जारी कर दिया जाएगा. माध्यमिक शिक्षकों को नियुक्ति पत्र जारी होने के 21 दिनों के अंदर ही ज्वाइन करना अनिवार्य होगा नहीं तो उनकी नियुक्ति को निरस्त कर दिया जाएगा. इसके साथ ही अब केवल बिहार के निवासी ही सरकारी स्कूलों में शिक्षक बन पाएंगे.