BIHAR CRIME: सासाराम में युवक की गोली मारकर हत्या, इलाके में मचा हड़कंप ISM पटना ने स्थापना सप्ताह का भव्य समापन किया, छात्रों की रचनात्मकता और नवाचार को मिला मंच मुजफ्फरपुर कोर्ट में बुर्का पहना कर शादी की कोशिश, हिंदूवादी संगठनों के हंगामे के बाद जांच में जुटी पुलिस बालोपासना दिवस 2025: कोइलवर में विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल ने दौड़ व कबड्डी प्रतियोगिता का किया आयोजन जुकाम की दवा सिगरेट: इलाज कराने आए मासूम को डॉक्टर ने कराया स्मोकिंग, बच्चे की सेहत से किया खिलवाड़ Train Accident : चलती ट्रेन में चढ़ना पड़ा भारी, झाझा स्टेशन पर बाल-बाल बचे दो यात्री बिहार चुनाव से पहले बड़ा सर्वे: तेजस्वी यादव CM पद के सबसे पसंदीदा उम्मीदवार, प्रशांत किशोर ने नीतीश को पछाड़ा Life Style: धूप से आते ही गर्मी में ठंडा पानी पीना पड़ सकता है भारी, जानें सेहत को कैसे पहुंचा सकता है नुकसान? रद्द की गई 14009/10 बापूधाम मोतिहारी-आनंद विहार एक्सप्रेस अब 24 अप्रैल तक फिर से चलेगी यात्रीगण कृपया ध्यान दें: संपूर्ण क्रांति क्लोन स्पेशल सहित 03 जोड़ी ट्रेनों के परिचालन अवधि में विस्तार
23-Dec-2022 08:35 PM
MADHEPURA: माफिया की मिलीभगत से बिहार में शराबबंदी कानून को विफल बनाने की साजिश के खिलाफ मधेपुरा में आज विभिन्न महिला संगठनों द्वारा प्रतिरोध मार्च निकाला गया। महिला संगठनों के इस प्रतिरोध मार्च में बिहार सरकार की मंत्री लेसी सिंह भी शामिल हुईं। लेसी सिंह ने मधेपुरा स्थित डाकबंगला परिसर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यर्पण कर प्रतिरोध मार्च की शुरुआत की।
इस अवसर पर मंत्री लेसी सिंह ने कहा कि मधेपुरा बीपी मंडल की धरती है। बीपी मंडल ने देश की दिशा और दशा को बदलने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आज उनकी धरती से शराब माफिया एवं गठजोड़ के साजिश के खिलाफ प्रतिरोध मार्च शुरू हुआ है, जिसकी धमक दूर तक जायेगी और महिला हित वाले शराबबंदी कानून को विफल करने की साजिश को मुंहतोड़ जवाव दिया जायेगा।
उन्होंने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आधी आबादी के विशेष अनुरोध पर पूरे बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू किया हैं। शराब चालू रहने से सबसे ज्यादा नुकसान महिलाओं की होती थी। उन्हें घर में घरेलू हिंसा, मानसिक प्रताड़ना का शिकार होना पड़ता था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराब बंद कर समाज की इस कुरिती से महिलाओं को निजात दिलाया है।
मंत्री लेसी सिंह ने कहा कि सभी जानते हैं कि शराब से सहेत पर भयानक दुष्प्रभाव पड़ता है। शराब के कारण कई गंभीर बीमारियां लोगों को अपना शिकार बना लेती हैं। लेकिन कुछ दोहरी नीति अपनाने वाली पार्टी के राजनेताओं द्वारा शराबबंदी का विरोध, शराबबंदी कानून को विफल करने की साजिश की जा रही है। इस प्रतिरोध मार्च से उन्हें आईना दिखाने का काम किया जा रहा है और उन्हें महिलाओं की ओर से यह चेतावनी है कि वे ऐसे जनप्रिय कानून को विफल करने की साजिश करना छोड़ दें।
उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टी जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ सरकार में थी तब उनके शीर्ष नेताओं द्वारा कहा गया था कि नीतीश कुमार ने शराबबंदी के माध्यम से समाज सुधार का फैसला लिया है, उनकी जितनी प्रशंसा की जाय कम है। शराबबंदी का समर्थन और प्रशंसा करते दिखे थे लेकिन जैसे ही सत्ता से बाहर हुए तो शराबबंदी का विरोध कर रहे हैं। बिहार की महिलाएं मजबूती के साथ शराबबंदी कानून के पक्ष में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ हैं।
प्रतिरोध मार्च मधेपुरा डाकबंगला चौक होते हुए मुख्य सड़क पूर्णियां गोला चौक होते कर्पूरी चौक तक पहुंची। जहां मंत्री लेसी सिंह ने जननायक कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा पर माल्यर्पण कर प्रतिरोध मार्च को विराम दिया। इस मौके पर मौजूद महिलाओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शराबबंदी के समर्थन में नारेबाजी की। इस प्रतिरोध मार्च में समाजसेवी मंजू कुमारी उर्फ़ गुड्डू देवी, ललिता देवी, पिंकी देवी, मीरा पासवान, मीरा देवी, अनार देवी, निशी राज, अनीता देवी समेत बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुईं।