शादी के बाद दूल्हे ने दूल्हन को छोड़ा, मदद की गुहार लगाने के बाद पुलिस ने फिर कराई थाने में शादी

शादी के बाद दूल्हे ने दूल्हन को छोड़ा, मदद की गुहार लगाने के बाद पुलिस ने फिर कराई थाने में शादी

VAISHALI: मंदिर में शादी रचाने के बाद लड़के ने दूल्हन का हाथ छोड़ दिया। वह इस शादी से ही इनकार करने लगा। लड़के के परिवारवाले भी इस शादी को मानने को तैयारी नहीं हुए। अब लड़की बुरी तरह से फंस चुकी थी। उसे समझ में नहीं आ रहा था कि वो अब क्या करे? लड़की सीधे बिदूपुर थाने पहुंच गयी और पुलिस से न्याय की गुहार लगाने लगी। 


जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए लड़के को गिरफ्तार कर थाने लाई। फिर परिवारों की सहमति के बाद दोनों की शादी दोबारा थाने में करवा दी गयी। थाने में मौजूद परिजनों और पुलिसवालों ने नवविवाहिता जोड़े को सदा खुश रहने का आशीर्वाद दिया। 


दरअसल मामला वैशाली के बिदूपुर थाना इलाके की है जहां थाना परिसर स्थिति मंदिर में प्रेमी जोड़े की शादी पुलिसवालों ने करवाई। इस शादी समारोह में दोनों परिवार के लोग शामिल हुए। दोनों परिवार की सहमति से ही यह शादी पुलिस कर्मियों ने करवाई। दोनो की शादी हिंदू रीति-रिवाजों के साथ सोमवार की शाम में करायी गयी। बिदुपुर थाना क्षेत्र के मनियारपुर गांव निवासी तारकेश्वर राय के 22 वर्षीया पुत्री नेहा राय की शादी सारण के परसा थाना क्षेत्र के वनौतामुकुंद गांव निवासी सियाराम सिंह के 22 वर्षीय बेटे सूर्यनाथ कुमार के साथ संपन्न हुई।


बताया जाता है कि नेहा और सूर्यनाथ की शादी दो साल पहले ही तय हुई थी। उस वक्त लड़की वालों ने शादी के लिए समय मांगा था। कहा कि वे शादी 3 साल बाद करेंगे यदि मंजूर है तो ठीक है। लड़की वालों के शर्त को लड़केवालों ने मंजूर कर लिया। लेकिन इसी बीच दोनों लड़का-लड़की आपस में फोन पर बात करने लगे लेकिन शादी में लंबा समय रहने के कारण दोनों लिविंग रिलेशनशिप में रहने लगे। जिसके बाद लड़के ने लड़की पर शादी का दबाव बनाना शुरू कर दिया। 10 मार्च को लड़की को कोलकाता से बुलाया और हरिहरनाथ मन्दिर में ले जाकर उसके साथ शादी रचाई। 


शादी के बाद जब वे घर गये तब लड़के की बहन को यह रिश्ता मंजूर नहीं था। वह इस शादी का विरोध करने लगी। भाई को बहकाने की कोशिश करने लगी। बहन के बहकावे मे आकर भाई ने विवाहिता को छोड़ दिया। जिसके बाद लड़की को यह समझ में नहीं आ रहा था कि अब वो करे तो क्या करे? क्योकिं उसके घरवालों ने शादी तय होने के बाद जो समय मांगा था उससे पहले वह अपनी मर्जी से लड़के से शादी की। लड़के के बहकामें में आकर उसने परिवार की भी नहीं सुनी। ऐसे में वो किस मुंह से  परिवार के पास जाएंगी। 


यह सोच नेहा ने पुलिस से मदद की गुहार लगाई। बिदुपुर थाने से न्याय की गुहार लगाने के बाद पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया। पुलिस ने आरोपी प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया। उसे थाने में लाया गया और दोनों के परिजनों को भी थाने पर बुलाया गया जिसके बाद आपसी सहमति से थाने में शादी करवाई गयी। इस शादी में शामिल परिजनों और पुलिस कर्मियों ने वर-वधू को आशीर्वाद दिया ।