PATNA: पटना में अपराध का ग्राफ तो तेज़ी से बढ़ा ही हैं, लेकिन यहां अपराधी भी अब मास्टरमाइंड होते जा रहे हैं। अनीसाबाद पुलिस कॉलोनी के पास इंडिया इंफोलाइन फाइनेंस कंपनी से 5.37 करोड़ रुपये की जो जेवरात लूटी गई थी, उसमें चोरों ने बड़ी चालाकी से आखिरी सुराग को भी मिटा दिया है। अपराधियों की इस बात की भनक लग गई थी कि उन्होंने जो जेवर लुटे थे, उनमें जीपीएस ट्रैकर लगा था।
जब पुलिस ने जीपीएस ट्रैकर के जरिये उसका लोकेशन पता किया तो उसमें खगौल दिखा, जिसके बाद वहां सर्च ऑपरेशन की शुरुआत की गई। इस मौके पर अलग-अलग थानों की पुलिस पहुंची थी, लेकिन लुटे गए जेवरात का पता नहीं चला। जो जानकारी सामने आई है, उसके मुताबिक़ पुलिस को खगौल फ्लाईओवर के नीचे से जीपीएस ट्रैकर मिला है।
जिस तरह से चोरों ने पहले जेवरात पर हाथ साफ़ किया और बाद में उसपर लगे जीपीएस ट्रैकर को निकालकर फेंक दिया, इससे पता चलता है कि सोना लूटने वाला गैंग प्रोफेशनल था, जिसे पहले से गहनों में ट्रैकर लगे होने की सूचना थी। या ऐसा भी हो सकता है कि जेवरात लूटने वाला कोई घर का ही व्यक्ति या कोई करीबी हो जिसे पहले से ही पता था कि गहनों में ट्रैकर लगा है।
गौरतलब है कि पिछले 3 जून को बदमाशों ने गर्दनीबाग थानांतर्गत पुलिस कॉलोनी के पास भागवत कॉम्प्लेक्स के दूसरे तल्ले पर स्थित आईआईएफएल के ऑफिस से जेवरात पर हाथ साफ़ कर दिए थे। घटना को लेकर गर्दनीबाग थाने में एफआईआर दर्ज की गई, जिसमें कंपनी के ऑफिस से 9 किलो 759 ग्राम सोना, 9 लाख 84 हजार 79 रुपये, आईआईएफएल के कर्मियों का 5 हजार रुपया और लोन लेने आए तीन ग्राहकों का 28 ग्राम सोना लूटे जाने की बात सामने आई।