PATNA: स्वतंत्रता दिवस 2024 के अवसर पर बिहार पुलिस के 5 पदाधिकारी एवं कर्मियों को Medal for Gallantry, 2 पदाधिकारियों को President's Medal for Distinguished Service और 16 पुलिस पदाधिकारी एवं कर्मियों को Medal for Meritorious Service पदक से सम्मानित किया जाएगा। वीरता, विशिष्ट सेवा और सराहनीय सेवा के लिए महामहिम राष्ट्रपति से पदक प्राप्त करने वाले सभी पदाधिकारियों / कर्मियों की लिस्ट पुलिस मुख्यालय ने जारी की है।
Police Medal for Gallantry
1.स्व० आशीष कुमार सिंह- पुलिस अवर निरीक्षक
2.दुर्गेश कुमार यादव-सिपाही
3.रोहित कुमार रंजन-सिपाही
4.अक्षय कुमार-सिपाही
5.विजेन्द्र कुमार-सिपाही
President's Medal for Distinguished Service
1.संजय सिंह-अपर पुलिस महानिदेशक, बिहार
2.राजेश कुमार शर्मा-वरीय पुलिस उपाधीक्षक, बि०वि०स०पु०-05
Medal for Meritorious Service
1.नीरज कुमार सिंह-पुलिस अधीक्षक सम्प्रति पु० महा० के सहायक (निरीक्षण)
2.पंकज कुमार-पुलिस अधीक्षक, लखीसराय
3.अरविन्द्र कुमार सिन्हा-पुलिस उपाधीक्षक
4.आशीष कुमार सिंह-पुलिस उपाधीक्षक
5.कुमारी किरण पासवान-पुलिस उपाधीक्षक
6.विजय कुमार-पुलिस निरीक्षक
7.विनायक राम-सहायक अवर निरीक्षक
8.प्रकाश कुमार शर्मा-हवलदार
9.मोरा मुंडा-सिपाही
10.संजय कुमार सिंह-हवलदार
11.विजय कुमार यादव-सहायक अवर निरीक्षक
12.कृष्ण मोहन गुप्ता-पुलिस अवर निरीक्षक
13.अंजनी कुमार-सिपाही
14.सविता देवी-सिपाही
15.गणेश बहादुर थापा-हवलदार
16.राजेश कुमार सिंह-हवलदार
बता दें कि 12.10.2018 को रात्रि में आशीष कुमार, थानाध्यक्ष, पसराहा को गुप्त सूचना मिला कि खगड़िया जिले का कुख्यात अपराधी दिनेश मुनी अपने गिरोह के साथ ग्राम दुधैला दियारा में छिपा हुआ है। दुधैला दियारा नवगछिया एवं खगड़िया जिला का बॉडर इलाका है। वहाँ कि भौगोलिक स्थिति आवागमन हेतु अत्यंत हीं कठिन थी। उक्त अपराधी को पकड़ने के लिए श्री सिंह अपने टीम के अन्य सदस्यों के साथ करीब 18 कि०मी० पैदल चलकर घटना स्थल तक दुधैला दियारा पहुँचे हीं थे कि अपराधियों के द्वारा उन पर अंधाधुंध गोली फायरिंग किया जाने लगा। थानाध्यक्ष सिंह एवं अन्य पदाधिकारियों द्वारा अपराधियों से आत्मसमर्पण करने को कहा लेकिन अपराधियों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा और वे ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगे।
सिंह एवं उनके टीम के सदस्यों द्वारा वीरता का परिचय देते हुए अपराधियों की ओर बढ़ने लगे तथा आत्मरक्षार्थ एवं सरकारी आग्नेयास्त्र के सुरक्षार्थ रूक-रूक कर सरकारी आर्म्स से गोली फायर करने लगे। अपराधकर्मी और उग्र होकर फायरिंग करने लगे। इस दौरान उनके टीम के सदस्य सिपाही दुर्गेश कुमार यादव को पैर में गोली लगी और वे जख्मी हो गये।
सिपाही के घायल होने के पश्चात भी सिंह अदम्य साहस एवं धैर्य का परिचय देते हुए शेष बचे हुए पुलिसकर्मियों के साथ अपराधियों के विरूद्ध जवाबी कार्रवाई करते रहें। इस कम में अपराधियों के द्वारा चलाये गये गोली से श्री सिंह गंभीर रूप से जख्मी हो गये तथा इलाज हेतु ले जाने के कम में हीं वे वीरगति को प्राप्त हो गये।
श्री सिंह एवं उनकी टीम के द्वारा अत्यंत बहादुरी अदम्य साहस वीरता एवं कार्य कुशलता तथा उच्च कोटि के कर्तव्यपरायणता का परिचय देते हुए अपने टीम के एक सिपाही के जख्मी होने के बावजूद एक अपराधी को मार गिराया तथा आग्नेयास्त्र एवं गोलियाँ बरामद की गई। शेष सिपाहियों ने भी विशिष्ट वीरता, साहस एवं उच्च कोटि के कर्तव्यपरायणता का परिचय दिया गया। इस संबंध में बिहपुर (नवगछिया) थाना कांड सं0-402/2018 दिनांक-12.10.2018 अंकित किया गया।
संजय सिंह, भारतीय पुलिस सेवा के 1997 बैच के पदाधिकारी है। इन्होंने वर्ष 1994 में IIT, Kanpur से बी०टेक की डिग्री प्राप्त की तथा उसके उपरान्त इस सेवा में योगदान दिया। बिहार में वरीय पुलिस अधीक्षक / पुलिस अधीक्षक के रूप में अरवल, गया, सारण, औरंगाबाद तथा भागलपुर इत्यादि जिलों में तैनात रहें। I.T.B.P में केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटने के उपरान्त ये लगभग 2 1/2 वर्षों तक पुलिस महानिरीक्षक, पटना के रूप में भी पदस्थापित थे।
इन्हें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर इनके द्वारा पुलिस सेवा में दिये गये योगदान के लिए " विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक" प्रदान किया गया है। इसके अतिरिक्त श्री सिंह को पूर्व में आंतरिक सुरक्षा पदक, उत्कृष्ट सेवा पदक, विशेष ड्यूटी पुलिस पदक (बार) भी प्रदान किया गया है।
वही राजेश कुमार शर्मा 1994 बैच के पुलिस अवर निरीक्षक हैं। ये वर्ष 2013 में पुलिस निरीक्षक एवं वर्ष 2019 में पुलिस उपाधीक्षक के पद पर प्रोन्नत हुए। जनवरी 2017 में इन्हें सराहनीय सेवा पदक प्रदान किया गया था। सम्प्रति ये बि०वि०स०पु०-5 पटना में वरीय पुलिस उपाधीक्षक के पद पर कार्यरत हैं।