PATNA: विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर बोलते हुए CM नीतीश ने कहा कि सत्ता पक्ष के विधायक उनकी बात नहीं सुनते। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद यह बातें कही। उन्होंने कहा कि मेरा बतवा तो सुन लीजिए। सत्ता पक्ष के विधायक मेरी बात सुनते ही नहीं हैं। किसानों को बिजली के मुद्दे पर नीतीश ने सदन के अंदर मौजूद विधायकों के आपस में बात करने पर टोकते हुए कहा की अरे मेरा बतवा तो सुन लीजिए...
विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर बोलते हुए CM नीतीश ने कहा कि हमने हाल ही में समाधान यात्रा की है। लगातार समीक्षा बैठक भी की है। जहां कहीं भी कमी नजर आई उस पर काम कर रहे हैं। उन्होंने विपक्षी विधायकों से कहा कि यदि कोई बच्ची को पढ़ाई लिखाई में दिक्कत आ रही है तो इस बात की सूचना तुरंत मुझे दें और लोकल लेवल पर डीएम को इसकी सूचना दी जाए।
शराबबंदी पर सीएम नीतीश ने बीजेपी विधायकों से कहा कि जब बिहार में शराबबंदी लागू करने पर फैसला लिया जा रहा था तब बीजेपी के साथी भी सदन में मौजूद थे। विधानसभा में सभी ने शराब को हाथ नहीं लगाने की शपथ भी ली थी। बीजेपी विधायकों की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिल जाता तो बेहतर होता। एक बार फिर सब लोगों से आग्रह कर रहे हैं कि सब कोई मिलकर प्रयास करें।
उन्होंने बताया कि 1 करोड़ 82 लाख लोग शराब छोड़ चुके हैं। 92 फीसदी लोग शराबबंदी के समर्थन में हैं। बिहार में रोजगार को लेकर काम शुरु हो चुका है। नौकरी और रोजगार का वादा जरूर पूरा होगा। आर्थिक विकास पर नीतीश ने कहा कि बिहार का विकास दर 10.98% रहा है। प्रदेश में प्रति व्यक्ति आय 54863 रुपए है। देश में प्रति व्यक्ति आय 1 लाख से ऊपर है। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि ज्यादा से ज्यादा टीचरों की बहाली होगी। बिहार में शिक्षकों की सैलरी बढ़ाए जाएंगे। हमारी कोशिश है कि बहाली लगातार होती रहे। वही नल जल योजना में हुई गड़बड़ी पर उन्होंने कहा कि अब इस मामले को वे खुद देखेंगे।