SASARAM : एक महिला चार साल पहले अपने तीन बच्चों को छोड़कर अपने पांच साल के बेटे के साथ गायब हो गई. इसके बाद मायके वालों ने उसके पति, जेठ, सास और बहन समेत 10 लोगों पर दहेज प्रताड़ना और अपहरण कर हत्या करने का मामला दर्ज करा दिया.
मामला सासाराम मुफस्सिल थाना के करगहर गांव की है. पत्नी रुखसाना के जाने के दो साल बाद पति खालिद अंसारी ने नये सिरे से अपनी जिंदगी शुरू की तीन बच्चों की देखभाल के लिए 2019 में दूसरी लड़की से शादी कर ली और उसके साथ रहने लगा. लेकिन एक बार फिर से उसकी जिंदगी में तूफान आ गया है.
रविवार की देर शाम चार साल पहले गायब हुई महिला अपने पति के घर पहुंच गई, लेकिन उसके साथ उसका बेटा नहीं था. जिस पत्नी की हत्या के जुर्म में वह औऱ उसका पूरा परिवार चार साल से कोर्ट कचहरी का चक्कर लगा रहा है, वह जिंदा निकली. 2017 में गायब हुई 30 साल की रुखसाना खातून चार साल के बाद अपने पति के घर पहुंच गई. जिसके बाद पति ने पुलिस को इसकी सूचना दी. इस दौरान गांव वालों और परिवार के लोगों ने साथ लेकर गए बेटे के बारे में पूछताछ की लेकिन उसने कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं दिया. इसके बाद पति और ससुराल वालों ने उसे घर में रखने से इनकार कर दिया. रुखसाना के पति के बड़े भाई ने उसे घर में रखने से इंकार करते हुए कहा कि उसकी वजह से बहुत तकलीफ हुई है, अब उसे हम अपने घर में नहीं रख सकते हैं.
क्या है पूरा मामला-
दरअसल पूरा मुफस्सिल थाना के मुरादाबाद के रहने वाले अशरफ़ अली की बेटी रुखसाना की शादी 2010 में करगहर के खालिद अंसारी से हुई थी. दोनों के चार बच्चे थे. तभी 2017 में रुखसाना अपने तीन बच्चों को छोड़कर एक बच्चे को लेकर गयाब हो गई. रुखसाना के गायब होने के बाद उसके मायके वालों ने पति खालिद अंसारी, उनके बड़े भाइयों गफ्फार अंसारी और सत्तार अंसारी, मां जुबेदा खातून, बहन शकीला खातून के साथ उसके पति मुन्ना अंसारी सहित 10 लोगों पर दहेज प्रताड़ना और अपहरण कर हत्या करने का मामला दर्ज करा दिया. परिवार वालों को इसे लेकर बहुत परेशानी उठानी पड़ी. इस दौरान न तो रुखसाना ने मायके वालों से संपर्क किया और न ही ससुराल वालों से. यह केस अभी तक सासाराम की अदालत में लंबित है.