खतियान निकालने के लिए अभिलेखागार में उमड़ी भारी भीड़, 2020 में आवेदन देने के बाद भी नहीं मिला नकल, फिर से भरा फॉर्म

खतियान निकालने के लिए अभिलेखागार में उमड़ी भारी भीड़, 2020 में आवेदन देने के बाद भी नहीं मिला नकल, फिर से भरा फॉर्म

SASARAM: बिहार में 20 अगस्त 2024 से जमीन सर्वे का काम चल रहा है। इसे लेकर खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में लोग खासे परेशान हैं। जमीन के सर्वे को लेकर  कागजात को इकट्ठा करने में जुटे हैं। जिला अभिलेखागार कार्यालय में लोगों की भारी भीड़ इन दिनों उमड़ रही है। रोहतास के अलग-अलग प्रखंड क्षेत्र से लोग अपनी जमीन का नकल निकलवाने पहुंच रहे हैं। 


बताया जाता है कि खतियान का नकल निकलवाने में कम से कम 20 दिन का समय लग रहा है। लेकिन एक महीना लग जा रहा है। लोगों का कहना है कि अलग-अलग टुकड़ों में कई किसानों का जमीन है। जिसका अलग-अलग खतियान भी है। एक बार में एक ही खाता नंबर का खतियान दिया जा रहा है। ऐसे में जिन किसानों के पास कई जमीन हैं, उन लोगों को कई बार लाइन में लगना पड़ रहा है। वहीं दूसरी ओर बताया जा रहा है कि आवेदन देने के बाद प्राप्ति रसीद पर तिथि अंकित नहीं की जा रही है।


एक काउंटर पर 10 प्रखंड का काम हो रहा है। खतियान निकालने आए लोगों की भीड़ को देखते हुए वहां पुलिस कर्मियों की भी तैनाती की गयी है। लोगों का कहना है कि दूर-दराज क्षेत्र से हम लोग आ रहे हैं और यहां आकर कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं। दावत प्रखंड के श्रीकांत पांडेय ने बताया कि उन्होंने 2020 में ही खतियान निकालने का आवेदन दिया था लेकिन आज तक नहीं निकल पाया। अब कहा जा रहा है कि फिर से आवेदन कीजिए। आज फिर से आवेदन किये हैं लेकिन आवेदन जमा करने पर रिसिविंग मिल रहा है लेकिन रिसिविंग पर डेट ही नहीं दिया जा रहा है कि कब मिलेगा।