SITAMARHI: सीतामढ़ी के परसौनी थाना क्षेत्र के सरकारी विद्यालय में प्रधान शिक्षक द्वारा नाबालिग छात्रा से दुष्कर्म का प्रयास किये जाने का मामला सामने आया है। पीड़िता के परिजन व ग्रामीणों ने शनिवार को विद्यालय पहुंचकर मामले की जानकारी लेनी चाही तो प्रधान शिक्षक ने उनके साथ धक्का-मुक्की कर स्कूल से भगा दिया और मामले को रफा-दफा करने की धमकी देने लगा। उसकी धमकी सुनने के बाद सैकड़ों ग्रामीण आक्रोशित होकर स्कूल पहुंचे और प्रधान शिक्षक को बंधक बना लिया। इस दौरान लोगों ने जमकर हंगामा मचाया।
प्रधान शिक्षक की पहचान धोधनी गांव निवासी डॉ अमरेंद्र साह उम्र करीब 58 वर्ष के रूप में की गई है। इस दौरान आक्रोशित ग्रामीणों ने करीब दो घंटे तक प्रधान शिक्षक को स्कूल में बंधक बनाये रखा। हंगामा की सूचना पाकर बीडीओ अनिल कुमार, थानाध्यक्ष ओम पुकार प्रिय,112 नबर की पुलिस ने घटनास्थल पर पहुँचकर प्रधान शिक्षक को गिरफ्तार किया और पीड़ित छात्रा व उसके परिजनों से पूछताछ के बाद केस दर्ज किया गया। इसके बाद पदाधिकारी ने लोगों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया। आक्रोशित ग्रामीणों ने बताया कि प्रधान शिक्षक चरित्रहीन इंसान है। इस घटना के आलावे भी वह महिलाओं के साथ दुष्कर्म कर चुका है, जिसे सामाजिक स्तर पर सलटा दिया गया था।
मामले की छानबीन कर रहे बीडीओ अनिल कुमार एवं थाना अध्यक्ष ओम पुकार प्रिय को आठवी कक्षा के छात्रा ने उम्र करीब 14 वर्ष बताया। विगत मंगलवार को विद्यालय बंद होने के प्रधान शिक्षक ने क्लास मोनिटर बनाने की बात कह कर रुकने को कहा और कार्यालय बंद करने के लिए कहा। जब वो कार्याल बंद करने गई तो वो छेड़खानी करने लगे और जबरन हाथ पकड़ दुष्कर्म करने की कोशिश करने लगे। जिसके बाद रोते बिलखते वो घर पहुँची और पूरी बात परिजन को बताया। वही वर्ग सात की 13 वर्षीया छात्रा ने पदाधिकारी को बताया कि विगत पांच दिन पूर्व प्रधान शिक्षक ने विद्यालय बन्द होने के बाद जबरन रुकबा लिया और छेड़खानी करने लगा। जिसकी सूचना परिजनों को दी थी।
वर्ग आठवी के पीड़ित छात्रा की दादी ने बताया कि गुरुवार को पोती ने सारी घटना की जानकारी दी। जिसके पूछताछ के लिए आज विद्यालय गई तो प्रधान शिक्षक के द्वारा दबंगता कर हमलोगों के साथ दुर्व्यवहार किया गया। जिसके बाद ग्रामीण एकजुट होकर आक्रोशित हो गए। वही दूसरी पीड़ित वर्ग सात की छात्रा की माँ ने बताया कि चार पांच रोज पूर्व प्रधान शिक्षक ने उनकी पुत्री के साथ छेड़खानी कर दुष्कर्म करने का प्रयास किया। जिसके बारे में जब पूछताछ के लिए आज स्कूल गई तो प्रधान शिक्षक ने धक्का मुक्की करके बाहर निकाल दिया। इतनी बड़ी घटना के बावजूद शिक्षा विभाग के पदाधिकारी ने संज्ञान नही लिया और घटना की जांच करने अबतक विद्यालय नहीं पहुँच सके।
बीडीओ अनिल कुमार ने घटना के दौरान शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों पर नाराजगी जताते हुए कहा कि शिक्षा विभाग के पदाधिकारी असंवेदनशील है।उन्होंने इसके लिए बीआरपी को क्लास लगाते हुए कहा कि विद्यालय में जांच के नाम पर खानापूर्ति होता है। अगर जांच होती रहती तो विद्यालय में इतनी बड़ी घटना नहीं घटती। पीड़ित छात्रा के परिजनों ने थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है। केस दर्ज होने के बाद थानेदार ओम पुकार प्रिय ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है। केस दर्ज होने के बाद आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार किया गया है जिससे पूछताछ के बाद जेल भेजा जाएगा।