SARAN : बिहार के एक सरकारी मध्य विद्यालय में प्रिंसिपल औऱ शिक्षकों की मनमानी से त्रस्त बच्चों को थाने पहुंच कर गुहार लगानी पड़ी. बच्चे लगातार देख रहे थे कि कोई भी शिक्षक समय पर स्कूल नहीं पहुंचते. लिहाजा सही से क्लास नहीं चल पा रहा था. अटेंडेंस और मिड डे मिल का कोरम पूरा हुआ और स्कूल बंद भी हो जाता था. परेशान बच्चे थाने पहुंच गये औऱ पुलिस को कहा कि वह कार्रवाई करे.
छपरा में हुआ वाकया
मामला बिहार के सारण यानि छपरा जिले की है. छपरा के मशरक प्रखंड मुख्यालय में स्टेशन रोड में आश्रम उत्क्रमित मध्य विद्यालय है. इसी स्कूल के बच्चे सोमवार को थाने पहुंच गये. बच्चे पहले ही तरह ही सोमवार को टाइम पर स्कूल पहुंचे थे लेकिन कोई टीचर समय पर नहीं आया. इसके बाद 6 से 15 साल के उम्र के बच्चों ने पहले स्कूल के गेट में ताला मार दिया और फिर थाने पहुंच गये.
स्कूली बच्चों को देख पुलिस हुई हैराम
थाने में दर्जनों स्कूली बच्चों को पहुंचे देख पुलिस भी हैरान हो गयी. मशरक थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों ने बच्चों से पूछा कि वे थाने क्यों आये हैं. फिर थानेदार को खबर किया गया. थानेदार राजेश कुमार ने खुद बच्चों की शिकायत सुनी और फिर जिला शिक्षा पदाधिकारी के साथ साथ प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को फोन किया और बताया कि सरकारी स्कूल में क्या चल रहा है. थानेदार ने बच्चों की पूरी शिकायत शिक्षा विभाग के अधिकारियों के सामने रख दी. इसके बाद मशरक थाना पुलिस स्कूली बच्चों के साथ सरकारी मध्य विद्याय में पहुंची और स्कूल के गेट पर लगा ताला खुलवाया.
शिक्षा विभाग के अधिकारी भी पहुंचे
मशरक थाने की पुलिस जब स्कूल पहुंची तो वहां प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी वीणा कुमारी भी दौड़ते भागते पहुंची. प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने देखा कि वहां पदस्थापित सारे शिक्षक गायब हैं. इस सरकारी स्कूल में 9 शिक्षक पोस्टेड हैं. लेकिन कोई भी स्कूल में मौजूद नहीं था. प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि उन्होंने हेडमास्टर और दूसरे शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. लापरवाह शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.