PATNA : बिहार में कोरोना के साथ-साथ सियासत भी चरम पर है. सत्ता में बैठी जेडीयू और बीजेपी के बीच इन दिनों कुछ ठीक नहीं चल रहा. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बिहार में बीजेपी के सबसे बड़े नेता लगातार सीएम नीतीश और उनकी पार्टी के प्रभावी नेताओं पर निशाना साध रहे हैं. बिहार बीजेपी के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने एक बार फिर से सीएम नीतीश के फैसले पर तंज कसा है. उन्होंने जमकर अपनी भड़ास निकाली है. बिहार में लॉकडाउन के फैसले पर संजय जायसवाल ने कहा कि उन्होंने दो सप्ताह पहले ही लॉकडाउन की बात की थी तब बिहार सरकार ने ऐसा नहीं किया.
संजय जायसवाल ने एक बार फिर से सरकार के फैसले को लेकर सोशल मीडिया पर अपनी भड़ास निकाली. उन्होंने लिखा कि "माननीय महामहिम राज्यपाल जी की बैठक में जब मैंने 62 घंटे के शुक्रवार शाम से सोमवार सुबह तक के लॉकडाउन की बात की थी. तब बिहार में केस 40 हजार से कम थे. पर आज एक लाख से ज्यादा एक्टिव केस होने के कारण बिहार सरकार के पास जनता के भलाई का कोई दूसरा विकल्प नहीं है."
पिछले दिनों सीएम नीतीश के फैसले पर टिप्पणी को लेकर संजय जायसवाल को नसीहत देने वाले जेडीयू के नेता और एमएलसी उपेंद्र कुशवाहा का नाम लिए बगैर बीजेपी अध्यक्ष ने करारा जवाब दिया है. कुशवाहा की ओर इशारा करते हुए उन्होंने साफ़ तौर पर लिखा कि "मेरा नाम लेकर राजनैतिक बयानबाजी करने वाले नेताओं से भी उम्मीद है कि उन्हें जमीनी हकीकत समझ में आ रही होगी." गौरतलब हो कि उपेंद्र कुशवाहा ने सरेआम सोशल मीडिया पर संजय जायसवाल का नाम लेते हुए लिखा था कि "जायसवाल जी, अभी राजनीतिक बयानबाजी का वक्त नहीं है!"
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने आगे लिखा है कि "आज से बिहार सरकार ने 11 दिनों का लॉकडाउन लगा दिया है. कृपया इसका पालन करें और अपने तथा अपने परिवार की जीवन रक्षा करें. नागरिकों के हित के लिए सरकारों को कुछ कठिन फैसले लेने ही पढ़ते हैं. आज भी विश्व के आधे देशों के विभिन्न राज्यों में लॉकडाउन लगा हुआ है. भारतीय जनता पार्टी के सभी जनप्रतिनिधियों से आग्रह है कि वह अपने क्षेत्र में रहें और अस्पतालों की चिंता करें. जनता को भी मास्क तथा 2 गज दूरी के लिए जागृत करें."
गौरतलब हो कि बीते दिन बीजेपी कोटे के मंत्रियों ने अलग बैठक की. पार्टी नेतृत्व ने उन्हें कोरोना को लेकर काम करने का अलग से टास्क दिया. मंगलवार की देर शाम बीजेपी कोटे के मंत्रियों की अलग से वर्चुअल बैठक हुई. मंत्रियों को टास्क देने के लिए प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल मौजूद थे. उन्होंने बिहार सरकार में शामिल बीजेपी के मंत्रियों से पहले तो हालात की जानकारी ली औऱ फिर उन्हें क्या करना है ये फऱमान जारी किया.
ट्विटर पर संजय जायसवाल ने खुद लिखा "आज बिहार सरकार में बीजेपी के सभी मंत्रियों के साथ विस्तृत चर्चा हुई. कोरोना पर रोकथाम औऱ नियंत्रण के लिए सभी मंत्री अपने गृह जिले और जिस जिले के प्रभारी हैं वहां के अधिकारियों के साथ मिलकर अस्पतालों में होने वाली समस्याओँ का निदान निकालेंगे." बीजेपी सूत्रों के मुताबिक पार्टी के मंत्रियों से कहा गया है कि वे अपने दल के कार्यकर्ताओं-नेताओं की बात सुनें औऱ उनकी शिकायतों को दूर करने की पूरी कोशिश करें.
वहीं स्वास्थ्य विभाग के मंत्री मंगल पांडेय को निर्देश मिला कि वे बीजेपी के मंत्रियों की मांग पर तत्काल एक्शन लें. ऐसा न हो कि बीजेपी के प्रभाव वाले इलाके में सरकारी मदद पहुंचने में परेशानी हो. अब ऐसे में सवाल ये है कि इस भीषण महामारी के दौर में जब पूरी सरकार को एकजुट होकर सब कुछ झोंक देने की जरूरत थी तो बीजेपी को अलग से अपनी पार्टी के मंत्रियों की बैठक करने की क्या जरूरत आ पड़ी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी सरकार के मंत्रियों के साथ बैठक की है. कैबिनेट की बैठक के दौरान भी मुख्यमंत्री अपने मंत्रियों को दिशा निर्देश देते रहे हैं. लेकिन अगर बीजेपी औऱ जेडीयू अलग अलग अपने मंत्रियों की बैठक करने लगे तो फिर सरकार का क्या हाल होगा. लोगों के मन में ये भी सवाल है कि क्या आपदा की इस घड़ी में संजय जायसवाल, सीएम नीतीश के पैररल "सरकार" चलाने की कोशिश कर रहे हैं.
आज से बिहार सरकार ने 11 दिनों का लॉकडाउन लगा दिया है। कृपया इसका पालन करें और अपने तथा अपने परिवार की जीवन रक्षा करें...
Posted by Sanjay Jaiswal on Tuesday, 4 May 2021