GORAKHPUR : गणतंत्र दिवस के मौके पर संघ प्रमुख मोहन भागवत ने अनुशासन का पाठ पढ़ाया है। गोरखपुर में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने के बाद अपने संबोधन में भागवत में कहा है कि देश का हर नागरिक राजा की तरह है क्योंकि संविधान में उसे व्यापक अधिकार दिए हैं। भागवत ने कहा है कि संविधान से मिले अधिकारों के बावजूद हमें अपना कर्तव्य और अनुशासन नहीं भूलना चाहिए।
संघ प्रमुख ने कहा है कि देश को आजादी दिलाने वाले क्रांतिकारियों ने जो सपना देखा था उसके अनुरूप भारत का निर्माण अनुशासन के साथ ही किया जा सकता है। भागवत ने कहा कि हमें ऐसे भारत का निर्माण करना होगा जो दुनिया और मानवता की भलाई के लिए समर्पित हो।
गोरखपुर के सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में मोहन भागवत शामिल हुए। संघ प्रमुख ने कहा कि समाज के निचले पायदान पर खड़े लोगों को मुख्यधारा में लाने का लक्ष्य आरएसएस का संकल्प है। भागवत ने कहा कि रावण भी ज्ञानी था लेकिन उसके सोचने की दिशा गलत थी जिसके कारण एक राष्ट्र का विनाश हो गया।