संगठन में बड़े बदलाव के लिए JDU का ब्लूप्रिंट तैयार, प्रदेश नेतृत्व में बदलाव की संभावना नहीं

संगठन में बड़े बदलाव के लिए JDU का ब्लूप्रिंट तैयार, प्रदेश नेतृत्व में बदलाव की संभावना नहीं

PATNA : आरसीपी सिंह को जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने के बाद संगठन को बिहार में नए सिरे से सशक्त बनाने का ब्लूप्रिंट तैयार किया जा रहा है। आरसीपी सिंह लगातार पार्टी मुख्यालय पहुंचकर संगठन के नेताओं से इस ब्लूप्रिंट पर चर्चा कर रहे हैं। 10 जनवरी को होने वाली राज्य कार्यकारिणी और राज्य परिषद की संयुक्त बैठक के बाद संगठन में बड़े बदलाव का फैसला किया जाएगा। इस बैठक में राज्यभर से आए तकरीबन 3 से 4 सौ प्रतिनिधि शामिल हो सकते हैं। 

संगठन में बड़े बदलाव की तैयारी

जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय कार्यकारिणी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिस तरह खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष की कुर्सी छोड़ी और आरसीपी सिंह को पार्टी का नया अध्यक्ष बनाया उसे देखकर यह अनुमान लगाया जा रहा है कि प्रदेश स्तर पर अब संगठन में भी बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। अब तक पार्टी के अंदर संगठन में सालों से जमे नेताओं की जगह कुछ नए चेहरों को महत्वपूर्ण भूमिका दी जा सकती है। खासतौर पर ऐसे नेताओं को जो सरकार की जवाबदेही से अलग हैं। आरसीपी सिंह लगातार इसी बदलाव के मद्देनजर होमवर्क कर रहे हैं। विधानसभा चुनाव के बाद ऐसे नेताओं और कार्यकर्ताओं की पहचान करने में जुटे हुए हैं जिन्होंने संगठन के लिए चुनाव के दौरान जी तोड़ मेहनत की ऐसे जुझारू नेताओं को संगठन में महत्वपूर्ण भूमिका मिलने की उम्मीद है। राज्य कार्यकारिणी और राज्य परिषद की बैठक में लोकसभा और राज्यसभा के सभी सांसद, विधायक, विधान पार्षद, क्षेत्रीय प्रभारी और बिहार से राष्ट्रीय परिषद के सभी सदस्य प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष और प्रवक्ताओं को बुलाया गया है। इस बैठक में हाल ही में विधानसभा चुनाव में हारे हुए उम्मीदवारों को भी बुलाया गया है। 


प्रदेश नेतृत्व में बदलाव की संभावना नहीं


बिहार विधानसभा चुनावों में बुरे प्रदर्शन के बाद नीतीश कुमार ने लगातार कई स्तरों पर पार्टी के खराब प्रदर्शन को लेकर फीडबैक लिया। नीतीश कुमार ने इसी फीडबैक के बाद आरसीपी सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का निर्णय लिया, लेकिन राष्ट्रीय नेतृत्व के बाद अब प्रदेश नेतृत्व में बदलाव होगा इस बात की संभावना नहीं नजर आ रही। राज्य कार्यकारिणी की बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह करेंगे। आरसीपी सिंह और नीतीश कुमार भी इस बैठक में मौजूद रहेंगे. लेकिन इस बात की उम्मीद ना के बराबर है कि वशिष्ठ नारायण सिंह की जगह किसी दूसरे को प्रदेश की कमान दी जाए। विधानसभा चुनाव के पहले अशोक चौधरी को कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। अस्वस्थता के बावजूद नीतीश कुमार ने वशिष्ठ नारायण सिंह को प्रदेश अध्यक्ष के लिए फिर से चुना था। वशिष्ठ नारायण सिंह नीतीश कुमार के बेहद करीबी नेताओं में हैं। उनकी सीनियरिटी को देखते हुए नीतीश कुमार ने कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष के जरिए काम लेने का फैसला किया. हालांकि जनता दल यूनाइटेड के अंदर यह चर्चा जरूर है कि कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष के लिए अब पार्टी किसी नए चेहरे की तरफ बढ़ सकती है। अशोक चौधरी नीतीश कैबिनेट में मंत्री हैं। नीतीश कुमार के वह बेहद खासमखास भी हैं. लेकिन उनके पास सरकार में कई बड़ी जवाबदेही भी है। उनकी व्यस्तता को देखते हुए किसी ऐसे चेहरे को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया जा सकता है जो संगठन के लिए फुल टाइम काम करे।