सम्राट के लिए चुनौती : सूबे के अस्पतालों में सुबह से नहीं हो पा रहा इलाज

सम्राट के लिए चुनौती : सूबे के अस्पतालों में सुबह से नहीं हो पा रहा इलाज

PATNA : बिहार के अंदर स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर क्या हालत है वह किसी से छुपा हुआ नहीं है। राज्य के अंदर आए दिन कहीं न कहीं से स्वास्थ्य व्यवस्था की बदहाली की खबरें निकल कर सामने आती रहती है। इसी कड़ी में अब एक और चौंकाने वाले रिकॉर्ड सामने आए हैं। राज्य के अंदर सदर अस्पतालों ,पीएचसी और एपीएचसी में मरीजों का रजिस्ट्रेशन  सुबह आठ बजे की जगह दोपहर ले 12 बजे से शुरू हो रहा है। स्वास्थ्य के विभाग की समीक्षा में यह मामला सामने आया है। 


विभाग ने एक से 30 जनवरी तक सभी अस्पतालों में मरीजों के रजिस्ट्रेशन की जांच की। सरकारी अस्पतालों में भव्या पोर्टल पर होने वाले मरीजों के रजिस्ट्रेशन से भी यह बातें सामने आयी है। सिविल सर्जन डॉ. ज्ञान शंकर ने बताया कि समय पर मरीजों का रजिस्ट्रेशन शुरू करने का निर्देश दिया जाएगा। इलाज के लिए मरीजों का रजिस्ट्रेशन हर हाल में सुबह आठ बजे शुरू कर दिया जाना है। सभी पीएचसी प्रभारी को भी इस बारे में पत्र भेजा जा रहा है।'



बताया जा रहा है कि,सदर अस्पताल में ओपीडी रजिस्ट्रेशन की लाइन में खड़े लोग सुबह आठ बजे ही पहुंच जाते हैं। रजिस्ट्रेशन की लाइन में खड़े हुए चार घंटे  हो जा रहे हैं.इसके बाद दोपहर के 12 बजे के आसपास भी उनका सही से  रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहा है। यही हाल लगभग सभी मरीजों का है। लोगों को इस वजह से काफी मुश्किलें हो रही है। 


उधर,  राज्य स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, एक से 30 जनवरी के बीच मुजफ्फरपुर जिले में औसतन 21 लोगों का रजिस्ट्रेशन दोपहर 12 बजे से शुरू हुआ। पूरे राज्य में यह आंकड़ा 324 है। सबसे कम आंकड़ा शेखपुरा जिले का है। यहां औसतन दो ही लोगों का रजिस्ट्रेशन दोपहर 12 बजे के बाद किया गया है।