DESK: विपक्ष के भारी विरोध के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन को देश की जनता को समर्पित कर दिया। पूरे विधि विधान के साथ प्रधानमंत्री ने रविवार को नए संसद भवन का उद्घाटन किया हालांकि इस उद्घाटन समारोह में 21 विपक्षी दलों के नेता शामिल नहीं हुए। उद्घाटन से ठीक पहले आरजेडी ने नए संसद भवन के साथ ताबूत का फोटो पोस्ट कर नया बखेड़ा खड़ा कर दिया। संसद भवन की तुलना ताबूत से किए जाने पर AIMIM चीफ ओवैसी ने कड़ी आपत्ति जताई है।
अससुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि आरजेडी का अपना कोई स्टैंड नहीं है और समय के अनुसार उसकी विचारधारा भी बदलती रहती है। आरजेडी कभी खुद को सेकुलर बताती है तो कभी सत्ता पाने के लिए बीजेपी से निकले नीतीश के साथ मिलकर सरकार में शामिल हो जाती है। ओवैसी ने संसद भवन की तुलना ताबूत से किए जाने पर कहा कि आरजेडी ने लोकतंत्र के मंदिर की तुलना ताबूत से ही क्यों की, किसी और चीज से भी तो उसकी तुलना किया जा सकता था।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल के लोग हर चीज में एंगल निकालने की कोशिश करते हैं। उनका ऐसे ही चलता रहता है, उनकी बातों पर ध्यान नहीं देना चाहिए। इस दौरान उन्होंने दिवंगत मुलायम सिंह के साथ संसद में हुए एक हादसे का भी जिक्र किया, जिसमें पुराने भवन का एक हिस्सा टूटकर उनके ऊपर गिर गया था और इसको लेकर खूब सियासत भी हुई थी।