SAMASTIPUR : इस वक्त एक बड़ी खबर समस्तीपुर से आ रही है, जहां जमीनी विवाद में दो सहोदर भाइयों के बीच हिंसक झड़प में बाप-बेटे की हत्या कर दी गई है. धारदार हथियार से दोनों परिवारों के बीच हुई मारपीट में एक पक्ष से दोनों बाप बेटे की मौत हो गई है. उजियारपुर के लखनीपुर महेशपट्टी गांव में चार बीघा जमीन को लेकर दो सहोदर भाई सुरेश पासवान और कृष्णा पासवान के बीच विवाद चल रहा था. मारपीट में बाप-बेटे की सिर कुचल कर हत्या कर दी गई जबकि दोनों पक्ष से दर्जनभर लोग भी घायल है.
मृतक के पक्ष से घायल सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जबकि दूसरे पक्ष से घायलों को उजियारपुर पीएचसी में इलाज चल रहा है. जानकारी के मुताबिक चार बीघा जमीन के विवाद में दो भाइयों के परिवार के बीच हुई खूनी संघर्ष में दूसरे पक्ष ने बाप-बेटे की सिर कुचलकर और तलवार से काट कर हत्या कर दी. जबकि दो महिला समेत दर्जनभर लोग घायल हो गए. मृतक पिता सुरेश पासवान और पुत्र चंद्रदीप पासवान के शव को पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. अन्य घायलों में सुरेश की पत्नी सकली देवी, पुत्र प्रदीप कुमार, रविन कुमार, ललित कुमार, बहन चांदनी देवी के अलावा दूसरे पक्ष से महेंद्र पासवान, अमन पासवान आदि शामिल हैं.
दूसरे पक्ष का उपचार उजियारपुर पीएचसी में चल रहा है. जख्मी में सकली देवी और चांदनी की स्थिति गंभीर बनी हुई है. उधर, घटना की सूचना पर एसपी विकास बर्मन ने उजियारपुर थाने को कार्रवाई करने का आदेश जारी किया है. उन्होंने कहा कि जमीनी विवाद को लेकर संघर्ष हुआ है. आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी गई है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. गांव में पुलिस को तैनात कर दिया गया है.
घटना के संबंध में मृतक सुरेश के दूसरे जख्मी पुत्र प्रदीप कुमार ने बताया कि देर शाम उसके घर के सदस्य अपने दरबाजे पर बैठे हुए थे. इसी दौरान उनके चाचा कृष्णा पासवान, चचेरा भाई जमादार पासवान, महेंद्र पासवान समेत 10-12 लोग लाठी डंडा, तलवार आदि से लैश होकर अचानक हमला बोल दिया. इस दौरान लोगाें ने उनके पिता सुरेश को लाठी और तलवार से वार कर जख्मी कर जमीन पर गिरा दिया. पिता की चीख पर उसका भाई चंद्रदीप और परिवार के दूसरे सदस्य बीच -बचाव करने पहुंचे तो एक -एक सभी लोगों को लहुलूहान कर दिया. गांव के लोगों ने बीच बचाव कर घायलों का अस्पताल पहुंचाया. सदर अस्पताल में उनके पिता सुरेश पासवान और भाई चंद्रदीप की मौत हो गई.
घायलों ने बताया कि उनके पिता जी तीन भाई है. लेकिन उसके दादा महेंद्र पासवान पूरी जमीन उनके दो ही चाचा कृष्णा पासवान और संतोष पासवान के नाम लिख दिया. लॉक डाउन के बाद प्रदीप पासवान परदेश से लौटा तो जमीन को लेकर स्थानीय स्तर पर पंचायत बैठाया. ग्रामीणों के प्रयास से उसे मात्र एक कठ्ठा जमीन दी गई. घायलों ने बताया कि गुरुवार की सुबह हुई पंचायत में मिली जमीन पर उनके चाचा कृष्णा पासवान के परिवार के लोग शौच कर रहे थे. लोगों को शौच करने से मना किया गया तो उसी समय सभी की हत्या कर देने की धमकी दी गई थी. शाम में अचानक सभी ने गुट बनाकर हमला कर दिया गया.
हमलावर इतने उग्र थे कि जब लोग जान बचा कर भागने लगे तो लोगों को खदेड़-खदेड़ कर तलवार से हमला किया गया. इस दौरान करीब एक घंट तक गांव में रणक्षेत्र बना रहा. हमलावरों के तेवर के कारण गांव के लोग भी बीच- बचाव की हिम्मत नहीं जुटा पाये. जब हमलावरों को लगा कि कई लाेग मर चुके हैं तो सभी खिसक गए. इसके बाद ग्रामीणों ने लोगों को अस्पताल पहुंचाया.