समस्तीपुर कोर्ट परिसर में फायरिंग मामले का खुलासा, जमुई में फर्जी सीओ ऑफिस का पर्दाफाश

समस्तीपुर कोर्ट परिसर में फायरिंग मामले का खुलासा, जमुई में फर्जी सीओ ऑफिस का पर्दाफाश

SAMASTIPUR/JAMUI: समस्तीपुर कोर्ट कैम्पस फायरिंग मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। शराब माफिया प्रभात चौधरी की हत्या के लिए 60 लाख में सुपारी दी गयी थी। इस पूरी घटना का मास्टरमाइंड मुखिया पति और आरजेडी का प्रखंड अध्यक्ष रामबाबू राय था। इस मामले में कल्याणपुर थानाध्यक्ष गौतम कु, चकमेहसी थाना प्रभारी सीके टुडू को सस्पेंड किया गया है। वही जमुई में फर्जी अंचलाधिकारी के कार्यालय का खुलासा पुलिस ने किया है। गिरफ्तार आरोपी फर्जी राजस्व कर्मचारी बताया जा रहा है। 


गौरतलब है कि समस्तीपुर में 26 अगस्त को कोर्ट कैम्पस में दो कैदियों पर अंधाधुंध फायरिंग  की गई थी जिसमे शराब माफिया प्रभात चौधरी और प्रभात तिवारी को गोली लगी थी।शुक्रवार को इस मामले का खुलासा करते हुए समस्तीपुर एसपी विनय तिवारी ने बताया कि पूरे मामले का मास्टर माइंड रामबाबू राय है जो फिलहाल आरजेडी का  कल्याणपुर प्रखंड अध्यक्ष है साथ ही  उसकी पत्नी कल्याणपुर की मुखिया भी है।


एसपी में बताया कि रामबाबू राय इलाके में शराब की सिंडिकेट के साथ ही तमाम आपराधिक घटनाओं में पर्दे के पीछे से काम करता था।उसके ऊपर कई सफेद पोश के संरक्षण की सूचना भी मिल रही है।प्रभात चौधरी से उसकी अदावत शराब के सिंडिकेट में वर्चस्व को लेकर ही चल रही थी।मास्टरमाइंड रामबाबू राय ने 60 लाख की सुपारी देकर अपराधियों के थ्री लेयर टीम के द्वारा  शराब माफिया प्रभात चौधरी की हत्या की फुलप्रूफ प्लानिंग की थी लेकिन ऐन वक्त पर एक शूटर की पिस्टल फंस जाने की वजह से उसके सीने की बजाय गोली उसके जांघ में लगी और इसी फायरिंग में एक दूसरे कैदी प्रभात तिवारी के पैर में भी गोली लगी थी।


इस घटना को लेकर पुलिस महकमे की भारी फजीहत हो रही थी। बीजेपी, सीएम नीतीश कुमार पर राज्य स्तर से दबाब बना रही थी इसे चुनौती के रूप में लेते हुए पुलिस ने एसआईटी की तीन टीम बनाकर जब मामले की पड़ताल की गई तो पता चला कि घटना के दिन करीब 12 बजे दिन में रामबाबू राय खुद कोर्ट कैम्पस पहुंचकर पूरी प्लानिंग का जायजा लेकर खुद मुंगेर के लिए निकल गया था।


इसी तरह उसका एक सहयोगी टिंकू भी घटना से तीन दिन पहले ही शराब पीने के आरोप में जानबूझ कर जेल चला गया था।पुलिस जांच में यह बात भी सामने आई है कि कल्याणपुर थाना प्रभारी गौतम कुमार और चकमेहसी थाना प्रभारी सीके टुडू आरोपी रामबाबू राय को शराब सिंडिकेट में मदद कर रहे थे। इसलिए दोनों थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया।इस प्रकार इस मामले में मास्टरमाइंड रामबाबू राय,एक शूटर मो0 ओबैस,हथियार कारोबारी अमन कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है, गोलीबारी में उपयोग की गई एक पिस्टल और दो जिंदा कारतूस बरामद किया गया है। बाकी अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए भी छापेमारी की जा रही है।


वही जमुई पुलिस ने फर्जी सीओ ऑफिस पर्दाफाश किया है। कई सरकारी दस्तावेज भी जब्त किया गया है। इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। जमुई पुलिस ने रजिस्ट्री कचहरी से कुछ ही दूरी पर चल रहे फर्जी सीओ ऑफिस के कार्यालय का खुलासा कर वहां सरकारी जाली दस्तावेजों को जब्त किया है। संदिग्ध अवस्था में एक युवक को भी गिरफ्तार किया है। ,जमुई में फर्जी दस्तावेज बनाने की शिकायत पर एसडीओ अभय कुमार तिवारी के द्वारा शुक्रवार की देर शाम शहर के बाईपास रोड स्थित जंगी सिंह के लॉज में छापेमारी की गई। छापेमारी के दौरान अनुमंडल कार्यपालक दंडाधिकारी मनोज कुमार सिंह तथा टाउन थानाध्यक्ष राजीव कुमार तिवारी भी दल बल के साथ मौजूद थे।


वही गिरफ्तार युवक को टाउन थाना की पुलिस के हवाले कर दिया गया, जबकि बरामद दस्तावेज की गहन जांच पड़ताल की जा रही है।गिरफ्तार युवक की पहचान टाउन थाना क्षेत्र के चौडीहा गांव निवासी रामस्वरूप यादव के पुत्र अशोक कुमार के रूप में हुई है।बताया जाता है कि युवक बायपास रोड स्थित जंगी सिंह के लॉज में काफी दिनों से किराए के मकान में रहकर नकली दस्तावेज बनाने का कार्य करीब 2 साल से करता था।इसकी भनक काफी दिनों से एसडीओ अभय कुमार तिवारी को लग रही थी।


फिर सूचना के आधार पर एसडीओ अभय कुमार तिवारी के द्वारा अनुमंडल कार्यपालक दंडाधिकारी मनोज कुमार सिंह और टाउन थानाध्यक्ष राजीव कुमार तिवारी के संयुक्त रुप से छापेमारी कर उक्त युवक को गिरफ्तार कर लिया गया। और भारी मात्रा में राजस्व से संबंधित दस्तावेज भी बरामद किए गए।हालांकि एसडीओ अभय कुमार तिवारी ने बताया कि फर्जी दस्तावेज बनाने की शिकायत पर छापेमारी की गई थी।संदिग्ध अवस्था में एक युवक को भी गिरफ्तार किया गया है और राजस्व से संबंधित कागजात ही बरामद किए गए हैं।गिरफ्तार युवक से भी पूछताछ की जा रही है और दस्तावेजों की भी गहन जांच पड़ताल की जा रही है। दस्तावेजों के जांच पड़ताल के बाद ही मामले की सच्चाई से पर्दा उठ पाएगा।

फर्स्ट बिहार के लिए समस्तीपुर से रमेश शंकर और जमुई से धीरज कुमार सिंह की रिपोर्ट