DELHI: दिल्ली के शाहीन बाग में पिछले एक महीने से भी ज्यादा दिनों से सड़क जाम कर प्रदर्शन कर रहे लोगों को बिहार के एक बुजुर्ग ने आज खुली चुनौती दी. बिहार के औरंगाबाद से आये इस बुजुर्ग ने CAA के समर्थन में शाहीनबाग में ही धरना देना शुरू कर दिया है. बुजुर्ग ने कहा कि शाहीन बाग के बहाने देश को तोड़ने की साजिश रची जा रही है और वे देश बचाने के लिए अपनी जान देने को तैयार हैं.
बुजुर्ग के हौसले से प्रदर्शनकारी हैरान
दिल्ली का शाहीनबाग वो इलाका है जहां पुलिस तक नहीं जा रही है. CAA के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों ने कई मीडियाकर्मियों से भी बदसलूकी की है. महीने भर से ज्यादा हो गये सड़क जाम हुए. लोगों को परेशानी हो रही है लेकिन वे बच कर निकल रहे हैं. ऐसे में बिहार के औरंगाबाद से आये बुजुर्ग के हौंसले से प्रदर्शनकारी और पुलिस दोनों हैरत में है. औरंगाबाद से आये संतन शर्मा अकेले प्लेकार्ड लेकर शाहीन बाग पहुंचे और चादर बिछा कर धरना पर बैठ गये.
स्थानीय लोगों के मुताबिक सुशांत शर्मा ठीक वहां जाने की जिद कर रहे थे जहां CAA के खिलाफ धरना चल रहा है. लेकिन पुलिस ने उन्हें रोका तो संतन पास में लगे बैरकेटिंग के बाहर धरना पर बैठ गये. मीडिया से बात करते हुए संतन शर्मा ने कहा कि कुछ लोग शाहीन बाग के सहारे देश को तोड़ने की साजिश रच रहे हैं. इसके खिलाफ ही उन्होंने अपना धरना शुरू किया है. संतन शर्मा ने कहा कि वे नागरिकता कानून का समर्थन करते हैं और जब तक शाहीन बाग के प्रदर्शनकारी नहीं हटेंगे तब तक वे भी धरना पर बैठे रहेंगे.
गौरतलब है कि एक महीने से ज्यादा दिनों से शाहीन बाग में लोगों ने रोड जाम कर रखा है. पूरे इलाके को बंधक बना लिया गया है. रोड जाम होने के कारण आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़़ रहा है. दिल्ली पुलिस ने उनसे बात कर सड़क क्लीयर कराने की कोशिश की लेकिन उसे नाकामी हाथ लगी.
खबर ये भी आ रही है कि शाहीन बाग के लिए PFI जैसे संगठन ने पूरे देश से पैसा इकट्ठा किया है. उसी पैसे से वहां फंडिंग की जा रही है. हालांकि राजनेताओं का एक तबका उनके आंदोलन को जायज करार दे रहा है.