साढ़े 3 साल में जेल और बीमारी ने किया लालू को कमजोर, पुराना दमख़म मिसिंग लेकिन समर्थकों से बोले.. मिट जाएंगे झुकेंगे नहीं

साढ़े 3 साल में जेल और बीमारी ने किया लालू को कमजोर, पुराना दमख़म मिसिंग लेकिन समर्थकों से बोले.. मिट जाएंगे झुकेंगे नहीं

PATNA : लंबे अरसे बाद आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने आज अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं नेताओं और समर्थकों को संबोधित किया. 25 में स्थापना दिवस के मौके पर लालू जब वर्चुअल तरीके से संबोधन कर रहे थे. तो उन पर जेल में रहने और बीमारी का असर साफ तौर पर देखा जा सकता था. लालू यादव का पुराना तेवर मिसिंग नजर आया. लेकिन इसके बावजूद उन्होंने दम दिखाते हुए कह दिया कि मिट जाएंगे लेकिन झुकेंगे नहीं.


लालू यादव ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में मैं तड़पकर रह गया लेकिन मैं बाहर नहीं आ सका. मेरे बेटे तेजस्वी ने उस समय मुझसे भरोसा दिया कि पापा आप घबराइए नहीं, मैं इनसे (एनडीए से) निपट लूंगा. लालू ने अपने दिनों को याद करते हुए कहा कि मैंने अपने जीवन में कई प्रधानमंत्रियों के कार्यकाल को देखा है. कई लोगों के पीएम बनने में मैंने सहायता की है.


लालू ने कहा कि लोग आज जंगलराज-जंगलराज कहते हैं. ये गलत है. लालू का राज गरीबों का राज था. कई सालों ने तावा पर एक ही रोटी जल रही थी. जिसे लालू यादव ने पलटने का काम किया. उन्होंने कहा कि बिहार में आज ऐसा आलम है कि एक दिन भी ऐसा नहीं होता जहां चार से पांच मर्डर न हो. बिहार में सरकार झूठ बोलती है. बिहार से लाखों लोगों का पलायन हो रहा है. कोरोना काल में जब मजदूरों को दिक्कत हुई तो राजद के कार्यकर्ताओं ने, आरजेडी के नेताओं ने उन्हें घर पहुंचाने में मदद की. बिहार में 10 लाख नौकरी देने का एलान किया तो उन्होंने कहा कि ये संभव नहीं है. उन्होंने 19 लाख का एलान किया. जब उन्होंने वादा किया तो उसे पूरा भी करना चाहिए.