PATNA : बिहार उप चुनाव के तारीखों के एलान के बाद महागठबंधन में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है. रूठने के बाद महागठबंधन से बेदखल किये गए मांझी को एक बार फिर से मानाने की कवायद शुरू हो गई है. कांग्रेस के प्रभारी सचिव वीरेंद्र सिंह राठौर ने दिल्ली में पूर्व सीएम जीतन राम मांझी से मुलाकात कर महागठबंधन के डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश की. बिहार निवास में मांझी और राठौर की घंटों मुलाकात हुई. दोनों के बीच काफी मुद्दों को लेकर बातचीत हुई. मांझी खासे नाराज हैं.
राजद के लिए ओर से बैटिंग कर रही कांग्रेस
दरअसल मांझी महागठबंधन में सबसे ज्यादा राजद पार्टी के नेताओं के रवैये से नाराज हैं. अलग उम्मीदवार उतारने के फैसले के बाद राजद नेता एक-एक कर मांझी के ऊपर हमलावर रहे. शीर्ष नेताओं में शिवानंद तिवारी भी मांझी के ऊपर हमला बोलने में पीछे नहीं रहे. नाथनगर सीट पर हम और सिमरी बख्तियारपुर पर वीआईपी पार्टी अपना उम्मीदवार उतारना चाहती है. जबकि दोनों ही सीटों पर राजद अपने उम्मीदवार को उतारने की घोषणा कर चुकी है. तो इस मुलाकात से यही लगता है कि क्या कांग्रेस राजद के लिए बैटिंग कर रही है.
नाथनगर सीट बना तलवार का म्यान
बिहार उप चुनाव में नाथनगर विधानसभा सीट तलवार का म्यान बन चुका है. इस सीट पर जीतन राम मांझी और तेजस्वी यादव अपना-अपना उम्मीदवार उतारने की घोषणा कर चुके हैं. मांझी अपनी पार्टी के टिकट पर इस सीट से अजय राय को प्रत्याशी बनाने की घोषणा कर चुके हैं. वहीं, राजद ने भी इस सीट पर राबिया देवी को मैदान में उतारने का फैसला किया है. अब देखना होगा कि क्या नाथनगर में हम फ्रंटफुट से बैकफुट पर आती है.
मांझी के बाद मुकेश भी नाराज
महागठबंधन में शामिल घटक दल एक-एक कर रूठते चले गए. जीतन राम मांझी के बाद वीआईपी पार्टी के नेता मुकेश सहनी ने भी महागठबंधन से अलग जाकर सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार उतारने का ऐलान कर दिया. जबकि आरजेडी ने सिमरी बख्तियारपुर से जफर आलम को उम्मीदवार बनाया है. आपको बता दें कि बिहार में 5 विधानसभा सीटों के लिए उप चुनाव हो रहे हैं.