Bihar News: मुहर्रम को लेकर बिहार में पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट, जुलूस को लेकर गाइडलाइन जारी Bihar News: मुहर्रम को लेकर बिहार में पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट, जुलूस को लेकर गाइडलाइन जारी Bihar News: कांग्रेसियों ने राहुल गांधी को 'सेनेटरी पैड' पर बिठाया, यही पैकेट 5 लाख महिलाओं-लड़कियों के बीच बांटी जायेगी Bihar News: कैपिटल एक्सप्रेस में भीषण लूटपाट, बदमाशों ने एक दर्जन से अधिक लोगों को पीटा Bihar News: लोको पायलट की वजह से टला बड़ा हादसा, 3 घंटे बाधित रहा रेल मार्ग Bihar Transport: एक ठेकेदार से 1.20 लाख की मासिक वसूली, महिला MVI ने कबूला- ऑडियो में आवाज उन्हीं की है, रिश्वत रैकेट के पर्दाफाश के बाद कह रहींं– मुझे... Bihar Crime News: डबल मर्डर से दहला मधेपुरा, पति-पत्नी की निर्मम हत्या; SH-91 जाम Bihar News: बिहार में तबादलों की 'सरकारी जिद' उजागर, अफसरों के स्थानांतरण को लेकर 'नगर विकास विभाग' में गजब की थी बेचैनी...मुख्य सचिव का आदेश भी बेअसर Bihar News: गाँव में खुलेआम घूम रहा तेंदुआ, लोग डर के साए में जीने को मजबूर; वन विभाग ने शुरू की ट्रैकिंग Bihar Flood: बाढ़ को लेकर नीतीश सरकार का मजबूत प्लान, 'तटबंध एम्बुलेंस' बनेगा बांध के लिए वरदान
1st Bihar Published by: Updated Mon, 11 Jan 2021 01:31:59 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : विधानसभा चुनाव में महागठबंधन और एनडीए से अलग जाकर नए गठजोड़ के साथ चुनाव लड़ने वाले उपेंद्र कुशवाहा को एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं हुई लेकिन कुशवाहा वोट बैंक में उनकी सेंधमारी ने नीतीश कुमार को काफी नुकसान पहुंचाया. नीतीश कुमार ने कुशवाहा वोटर्स को अपने साथ एक बार फिर जोड़ने के लिए पुराने लव-कुश समीकरण पर चलने का फैसला किया और प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर पार्टी के विधायक उमेश कुशवाहा की ताजपोशी कर दी. नीतीश कुमार के इस कार्ड ने उपेंद्र कुशवाहा की नींद उड़ा दी है.
जेडीयू की नई रणनीति को देखते हुए उपेंद्र कुशवाहा आज अपनी पार्टी के नेताओं के साथ अहम बैठक कर रहे हैं. प्रदेश कार्यालय में राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के विधानसभा प्रभारियों और अन्य नेताओं के साथ कुशवाहा बैठक कर रहे हैं. इस बैठक में विधानसभा चुनाव के दौरान मिली हार की समीक्षा के साथ साथ अन्य तरह के फीडबैक भी लिए जा रहे हैं. दरअसल, कुशवाहा की सबसे बड़ी चिंता इस बात को लेकर है कि नीतीश कुमार का पुराना लव-कुश समीकरण अगर वापस से चल निकला तो इसका सबसे ज्यादा नुकसान उन्हें पहुंचेगा.
विधानसभा चुनाव के बाद उपेंद्र कुशवाहा नीतीश कुमार से मुलाकात कर चुके हैं, तब या खबर आई थी कि नीतीश कुमार ने कुशवाहा को अपनी पार्टी के साथ जेडीयू में विलय करने का प्रस्ताव दिया था. कुशवाहा ने विलय के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था जिसके बाद नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी के अंदर ही कुशवाहा समाज से आने वाले नेताओं को फ्रंटलाइन मिलाकर महत्वपूर्ण भूमिका दे दी. नीतीश कुमार इस बात को भली भांति समझ रहे हैं कि कुशवाहा वोटर्स के खिसकने के कारण जेडीयू को कितना नुकसान हुआ. उपेंद्र कुशवाहा हर हाल में राष्ट्रीय लोक समता पार्टी को खड़ा रखना चाहते हैं और इसी वजह से उन्होंने विलय के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था. अब कुशवाहा नए सिरे से अपना वोट बैंक जोड़े रखने के लिए रणनीति बना रहे हैं.
उमेश कुशवाहा को जेडीयू का प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने पर उपेंद्र कुशवाहा ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि यह जेडीयू का अंदरूनी मामला है. नीतीश कुमार अगर वाकई लव-कुश समीकरण पर लौटना चाहते हैं तो यह उनकी राजनीति का हिस्सा है. उपेंद्र कुशवाहा ने यह भी कहा कि कुशवाहा समाज को केवल राष्ट्रीय लोक समता पार्टी पर भरोसा है. आज की बैठक में कुशवाहा भविष्य के लिए क्या रणनीति बनाते हैं, इस पर सबकी नजरें टिकी हुई है. हालांकि उपेंद्र कुशवाहा के सामने सबसे बड़ी मुश्किल यह आ रही है कि उनके तमाम बड़े नेता एक-एक कर साथ छोड़ जाते रहे हैं. पिछले 3 महीने से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष का पद खाली है और कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष के जरिए काम लिया जा रहा है. तमाम चुनौतियों के बीच कुशवाहा किस तरह अपनी पार्टी को वापस पटरी पर ला पाते हैं, यह देखना दिलचस्प होगा.