PATNA : राष्ट्रीय लोक समता पार्टी ने केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ हल्ला बोलना जारी रखा है. राज्यव्यापी किसान चौपाल के ग्यारहवें दिन रालोसपा नेताओं ने किसानों से कहा कि ये कानून किसानों को सुरक्षा नहीं देते हैं. रालोसपा नेताओं ने इन कृषि कानूनों के काले पक्ष को किसानों के सामन रखते हुए कहा कि एपीएमसी एक्ट का प्रावधान 18 और 19 कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग एक्ट में दिक्कतें हैं जो किसानों को किसी भी तरह की सुरक्षा नहीं देते हैं.
प्रेस कांफ्रेंस में पार्टी नेताओं ने बताया कि बिहार में किसानों को जागरूक बनाने और देश भर में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में रालेसपा राज्यव्यापी किसान चौपाल कार्यक्रम चला रही है. अब तक करीब ढाई हजार से ज्यादा गांवों में किसान चौपाल लगाया जा चुका है. राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के किसान चौपाल में किसान खुल कर अपनी बात कह रहे हैं. वे न सिर्फ इन कानूनों का विरोध कर रहे हैं बल्कि सरकार के उस प्रस्ताव को भी ठीक नहीं मान रहे हैं जो सरकार ने किसानों के सामने रखा था.
रालोसपा इन कानूनों की खामियों की चर्चा पार्टी के कार्यक्रम किसान चौपाल में कर रही है और किसानों व आम लोगों को बता रही है कि तीन कृषि कानून दरअसल किसानों के लिए डेथ वारंट है. इन कानूनों के जरिए केंद्र सरकार किसानों को गुलाम बनाने पर तुली हुई है. पार्टी नेताओं ने बताया कि बिहार में किसान जानना चाह रहे हैं कि इन कानूनों में ऐसा क्या है जिससे देश के किसान आंदोलित है और दिल्ली की सीमा पर आंदोलन चल रहा है. किसान इन कानूनों को लेकर रालोसपा नेताओं से सवाल कर रहे हैं और पार्टी के जिला प्रभारी व दूसरे नेता उनके सवालों का जवाब दे रहे हैं और उन्हें इन कानूनों से होने वाले नुकसान की जानकारी भी दे रहे हैं.