आरके सिंह, रितुराज का पत्ता कटा: BJP ने बार काउंसिल के अध्यक्ष मनन मिश्रा को बनाया बिहार से राज्यसभा का प्रत्याशी

आरके सिंह, रितुराज का पत्ता कटा: BJP ने बार काउंसिल के अध्यक्ष मनन मिश्रा को बनाया बिहार से राज्यसभा का प्रत्याशी

PATNA: बिहार से राज्यसभा की दो सीटों के लिए हो उप चुनाव में बीजेपी ने अपने कैंडिडेट का एलान कर दिया है. बार काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मनन कुमार मिश्रा को बीजेपी ने राज्यसभा का प्रत्याशी बनाया है. एनडीए ने पहले ही तय कर दिया था कि दो में से एक सीट पर उपेंद्र कुशवाहा को राज्यसभा भेजा जायेगा. दूसरे कैंडिडेट के नाम का एलान आज कर दिया गया है.

कौन हैं मनन मिश्रा

वरीय अधिवक्ता मनन कुमार मिश्रा बिहार के ही मूल निवासी हैं. वे लगातार कई टर्म से बार काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष हैं. मनन कुमार मिश्रा पिछले साल से बीजेपी में सक्रिय रहे हैं. 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने बीजेपी और एनडीए उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया था. पार्टी ने उन्हें राज्यसभा भेजने का फैसला लिया है.

सारे कयास फेल

राज्यसभा की दो सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव में एक उम्मीदवार का नाम पहले से तय था. बीजेपी ने एलान कर दिया था कि वह उपेंद्र कुशवाहा को राज्यसभा भेजेगी. उपेंद्र कुशवाहा पिछला लोकसभा चुनाव हार गये थे औऱ बीजेपी के कुछ नेताओं पर उपेंद्र कुशवाहा के साथ विश्वासघात करने का आऱोप लग रहा था. ऐसे में बीजेपी ने उन्हें राज्यसभा भेजकर अपने नेताओं पर लग रहे दाग को मिटाने की कोशिश की थी. 

लेकिन दूसरा उम्मीदवार कौन होगा इसे लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म था. दावेदारों की सूची में सबसे उपर पूर्व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह का नाम था. आरके सिंह पिछला लोकसभा चुनाव हार गये थे. वहीं, बीजेपी के राष्ट्रीय मंत्री रितुराज को लेकर भी चर्चायें हो रही थी. लेकिन बीजेपी के आलाकमान ने इन सारी अटकलों की हवा निकाल दी. ऐसे व्यक्ति को उम्मीदवार बनाया गया है जिसकी पहले से कोई चर्चा ही नहीं थी.

बता दें कि बिहार से राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर औऱ मीसा भारती के लोकसभा चुनाव में जीत के बाद दोनों ने राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया था. इन्हीं दोनों सीट पर उप चुनाव हो रहा है. मीसा भारती का कार्यकाल 7 जुलाई 2028 तक था. वहीं, विवेक ठाकुर का कार्यकाल 9 अप्रैल 2026 तक था. उप चुनाव में जीत हासिल करने वाले उम्मीदवार का कार्यकाल उतना ही रहेगा. कल यानि 21 अगस्त को नामांकन की आखिरी तारीख है. बिहार में होने वाले दोनों सीट के उप चुनाव में वोटिंग की संभावना नहीं है. लिहाजा दोनों का निर्विरोध चुना जाना तय है.