PATNA : राज्य में पिछले कुछ दिनों से ईडी और सीबीआई की धमक देखने को मिल रही है। ईडी और सीबीआई की टीम बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव और राबड़ी देवी के आवास पर पहुंचकर घंटों पूछताछ कर रही है। जिससे राजद नेताओं की मुश्किल है बढ़नी शुरू हो गई है। इसके बाद अब इसको लेकर राजद के तरफ से पार्टी के विधायक भाई वीरेंद्र ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है।
राजद विधायक ने कहा कि बंगाल समेत 9 राज्यों में इस तरह का कानून है। बिहार में भी कानून बनना चाहिए। जिसके बाद केंद्रीय जांच एजेंसियों को कार्रवाई से पहले राज्य सरकार से इजाजत लेनी होगी। उन्होंने कहा कि सदन की और भी प्रक्रिया होती है, जरूरत पड़ेगी तो वो भी पूरा करेंगे।
राजद विधायक के तरफ से सीएम नीतीश कुमार को जो लेटर लिखा गया है उसमें कहा गया है कि, माननीय मुख्यमंत्री जी मैं आपका व्यक्तिगत ध्यान भारत के संविधान के अन्तर्गत गठित लोकतांत्रिक राज्यों की संवैधानिक शक्तियों की ओर आकर्षित कराना चाहता हूँ। संवैधानिक शक्तियों के अधीन राज्यों में बिहार राज्य भी गठित है, जहाँ लोकतांत्रिक तरीके से मा० मुख्यमंत्री, नेता विरोधी दल सहित अन्य महानुभाव का चुनाव संवैधानिक तरीके से होता है तथा सभी महानुभावों/ पदधारकों की पृथक-पृथक संवैधानिक शक्तियाँ प्रदत्त है। लोकतांत्रिक व्यवस्था के तहत केन्द्र सरकार के अन्तर्गत एजेन्सियों यथा सीबीआई एवं ईडी आये दिन राज्यों की लोकतांत्रिक रूप से चयनित महानुभावों पदधारकों के विरूद्ध बिना राज्य सरकार की अनुमति से छवि धूमिल करने एवं परेशान करने की नियत से छापेमारी करनी चाहती है।
इसके आगे उन्होंने कहा कि, मैं आपके संज्ञान में लाना चाहूँगा कि पश्चिम बंगाल राज्य जो बिहार का पड़ोसी राज्य है, वहाँ केन्द्र सरकार की कोई भी एजेन्सी बिना राज्य सरकार की इजाजत के किसी भी महानुभावों/ पदधारकों पर छापेमारी नहीं कर सकती, परन्तु बिहार राज्य में ऐसा प्रावधान नहीं है। अतः मैं चाहूँगा कि राज्य हित में राज्य कि शक्तियों को बरकरार रखने हेतु इससे संबंधित चलते सत्र में सदन में एक विधेयक उपस्थापित कर केन्द्र की एजेन्सियों के दुरूपयोग को रोका जाय ।
इधर, तेजस्वी यादव ईडी की रेड के बाद वापस पटना पहुंचे हैं। उन्होंने सोमवार को अटैकिंग मोड में केंद्र सरकार पर हमला बोला। कहा कि वह इन छापेमारी से डरने वाले नहीं है। उनके पास राजनीतिक जमीन और जिगरा है। वह आगे की लड़ाई लड़ेंगे। तेजस्वी यादव के इस बयान के बाद राजद विधायक काफी उत्साहित है। तेजस्वी यादव ने कहा कि यह तमाम छापेमारी सिर्फ बदला लेने की भावना से की जा रही। 2017 में भी जो छापेमारी हुई थी उसका हिसाब अब तक नहीं दिया गया।