DESK: रांची रिम्स में इलाजरत राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की तबीयत बिगड़ गयी है। बहुचर्चित चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद की किडनी पहले 80 प्रतिशत खराब थी जो अब और अधिक डैमेज हो गयी है।
ताजा जांच रिपोर्ट के अनुसार क्रिटनीन बढ़कर 4.1 हो गया है। जबकि EGFI 18 से घटकर 15.3 हो गया है। ऐसे में उनकी तबीयत सुधरने के बजाय और खराब होती दिख रही है। किडनी में कोई सुधार नहीं होने से रिम्स के डॉक्टरों की चिंता भी बढ़ गयी है। ताजा जांच रिपोर्ट आने के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि डाक्टर किडनी बचाने में नाकाम दिख रहे हैं।
EGFI की रिपोर्ट पिछली बार 18 फरवरी को आई थी। जिसके आधार पर डॉक्टर उनकी सेहत पर खास ख्याल रख रहे थे। उन्हें दवाईयां भी दी जा रही थी। लेकिन नई जांच रिपोर्ट के बाद अब डॉक्टर दवा की खुराक या दवा बदलने पर नई एडवाइजरी जारी कर सकते हैं।
रिम्स के चिकित्सकों की माने तो 15 फरवरी को जब लालू प्रसाद पेइंग वार्ड में भर्ती कराए गए थे तो इलाज के लिए सात डाक्टरों की टीम बनाई गई थी। इसमें सभी विशेषज्ञ डाक्टर शामिल थे। इसी टीम की निगरानी में लालू यादव का इलाज अब भी जारी है।
डाक्टरों की टीम इस कवायद में जुटी हुई थी कि अब और अधिक किडनी खराब नहीं हो लेकिन नई जांच रिपोर्ट ने साफ कर दिया है कि डाक्टरों का प्रयास सार्थक साबित नहीं हो रहा है। पेइंग वार्ड में तमाम सुविधाओं के बावजूद लालू यादव तनावग्रस्त हैं और इसका असर किडनी पर पड़ रहा है।