RJD नेता से उलझ कर बुरे फंसे BJP विधायक, कभी भी हो सकती है गिरफ्तारी, छापेमारी जारी

RJD नेता से उलझ कर बुरे फंसे BJP विधायक, कभी भी हो सकती है गिरफ्तारी, छापेमारी जारी

MUZAFFARPUR: मुजफ्फरपुर जिले के पारु थाना क्षेत्र में बीते 25 मई को एक हाईप्रोफाइल मामला सामने आया। जहां 25 मई की देर रात एक तिलक समारोह में शामिल होने के बाद राजद नेता तुलसी राय ने यह आरोप लगाया कि साहेबगंज के बीजेपी विधायक डॉक्टर राजू सिंह द्वारा उन्हें जान मारने की नीयत से अपहरण किया गया। इस दौरान उनके साथ मारपीट भी हुई। उनके समर्थकों की सूचना के बाद पारू थाना पुलिस ने विधायक के कोल्ड स्टोर पर से उक्त राजद नेता को बरामद किया था।


मामले को लेकर राजद नेता तुलसी राय के द्वारा पारू थाना में साहेबगंज के बीजेपी विधायक समेत आधा दर्जन लोगों के खिलाफ नामजद और करीब एक दर्जन अज्ञात के विरुद्ध कांड दर्ज करवाया गया था। कांड दर्ज करने के बाद पारू थाना पुलिस ने उक्त राजद नेता को अपने अभिरक्षा में 26 मई को मुजफ्फरपुर कोर्ट में मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज करवाया। पूरे मामले की गहनता पूर्वक जांच पड़ताल पुलिस के द्वारा शुरू की गई और साहिबगंज के बीजेपी विधायक के संभावित कई ठिकानों पर मुजफ्फरपुर से लेकर पटना तक छापेमारी हुई छापेमारी में दो लग्जरी गाड़ी और एक हथियार भी बरामद हुआ है।


पूरे मामले पर पूछे जाने पर मुजफ्फरपुर के एसपी राकेश कुमार ने बताया कि साहेबगंज से बीजेपी विधायक राजू सिंह पर तुलसी राय के द्वारा अपहरण का मामला दर्ज करवाया गया था। जांच पड़ताल के क्रम में मामला सत्य पाया गया और पीड़ित के द्वारा आधा दर्जन नामजद और करीब एक दर्जन अज्ञात के खिलाफ पारू थाना में कांड दर्ज कराया गया। जिसके बाद पीड़ित का बयान कोर्ट में मजिस्ट्रेट के समक्ष भी दर्ज कराया गया।


जांच पड़ताल के क्रम में मामला सत्य पाया गया और 26 तारीख की देर रात विधायक के संभावित सभी ठिकानों पर मुजफ्फरपुर से लेकर पटना तक छापेमारी की गई जिसमें विधायक के पैतृक आवास पर थाना क्षेत्र में पुलिस ने दो लग्जरी गाड़ी बरामद की है साथ ही तलाशी के दौरान घर से एक बंदूक भी बरामद हुआ है अब तक विधायक के किसी भी परिवार के लोगों के द्वारा लाइसेंस उपलब्ध नहीं कराया गया है अगर लाइसेंस उपलब्ध नहीं कराया गया तो इस संबंध में भी आर्म्स एक्ट के तहत अलग से कांड दर्ज होगा। 


बता दें कि हाल ही में साहेबगंज के बीजेपी विधायक पर पारू अंचल के सीओ और राजस्व कर्मचारी पर मारपीट और गाली गलौज का आरोप लगा था जिसको लेकर सीओ द्वारा स्थानीय पारू थाना में कांड दर्ज कराया गया था जिसमें एससी एसटी की धारा के साथ-साथ कई धाराएं दर्ज है इस कांड के बाद सही तुलसी राय और राजू सिंह के बीच जुबानी जंग तेज हो गई थी और तुलसी राय ने खुले मंच से यह कहा था कि जैसे चाहे जब चाहे विधायक को अगर इतना अपने आप पर गुमान है तो सामने से टकरा जाए। 


लेकिन बीजेपी विधायक का राजद नेताओं से उलझना अब ऐसे में लग रहा है कि भारी हो गया अब कुल मिलाकर महज 1 महीने में तीन कांड दर्ज हो गया है और पुलिस की टीम एक्टिव हो गई है ऐसे में एसएसपी ने खुद कहा कि अगर विधायक सरेंडर नहीं करते हैं या फिर गिरफ्तारी नहीं होती है तो उस हालत में उनके घरों की कुर्की होगी।