PATNA : 2015 के विधानसभा चुनाव में खुद को डिप्टी सीएम का दावेदार बताने वाले पूर्व मंत्री रमई राम को अब विधानसभा का टिकट चाहिए। जेडीयू में रहते हुए रमई राम ने पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान खुद को डिप्टी सीएम का दावेदार बताया था लेकिन बदकिस्मती से वह विधायक भी नहीं बन पाए।
चुनाव हारने के बाद रमई राम जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने पहुंचे, तब वह भी उनकी डिप्टी सीएम वाली दावेदारी की खूब चर्चा हुई थी। रमई राम के सामने मुश्किल यह थी कि तब नीतीश महागठबंधन के साथ थे और रमई राम चाह कर भी आरजेडी का दामन थाम नहीं पाए।
नीतीश कुमार ने जब महागठबंधन से अलग होने का फैसला किया तब रमई राम भी इस शरद यादव के साथ इस फैसले का विरोध जताते हुए जेडीयू से अलग हो गए। लेकिन खुद को डिप्टी सीएम का दावेदार बताने वाले रमई राम की राजनीति ऐसे हाशिए पर गई कि अब विधायक बनने के लिए उन्होंने तेजस्वी का नेतृत्व कबूल कर लिया। रमई राम आज अधिकारिक तौर पर आरजेडी में शामिल हो गए। पटना के हज भवन सभागार में रमई राम अपने समर्थकों के साथ आरजेडी में इस उम्मीद के साथ वापस लौटे हैं कि उन्हें विधानसभा के अगले चुनाव में टिकट तो जरूर मिल जाएगा।