PATNA: राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के रूठने-मानने के सिलसिले के बीच लालू-राबडी के बडे बेटे तेजप्रताप यादव ने एक बार फिर से उन पर हमला बोल दिया है. तेजप्रताप यादव ने छात्र राजद के प्रदेश अध्यक्ष पद पर जगदानंद सिंह द्वारा की गयी नयी नियुक्ति को खारिज करते हुए कहा कि वे प्रवासी सलाहकारों से सलाह लेने में भूल कर गये.
तेजप्रताप ने फिर बोला हमला
दरअसल तेजप्रताप यादव से लगातार जलील होने से रूठे जगदानंद सिंह आज ही शाम में माने थे. उन्होंने तेजस्वी के घर जाकर उनसे मुलाकात की थी. जगदा बाबू का मान-मनौव्वल हुआ और फिर ये फार्मूला तय हुआ कि छात्र राजद के उस प्रदेश अध्यक्ष को हटा दिया जाये जिसे तेजप्रताप यादव ने बनाया था. तेजप्रताप यादव ने आकाश यादव को छात्र राजद का प्रदेश अध्यक्ष बना रखा था. जगदानंद सिंह ने आज एलान किया कि गगन कुमार छात्र राजद के प्रदेश अध्यक्ष होंगे. जगदानंद सिंह ने कहा कि छात्र राजद का पहले से कोई अध्यक्ष था ही नहीं. आज उन्होंने अध्यक्ष की नियुक्ति की है.
जगदानंद सिंह के इसी एलान के बाद तेजप्रताप यादव ने हमला बोला है. रात में तेजप्रताप ने फिर से ट्वीटर के जरिये जगदानंद सिंह पर हमला बोला. ट्वीटर पर तेजप्रताप यादव ने लिखा है
“प्रवासी सलाहकार से सलाह लेने मैं अध्यक्ष जी ये भूल गए की पार्टी संविधान से चलता है और राजद का संविधान कहता है की बिना नोटिस दिए आप पार्टी के किसी पदाधिकारी को पदमुक्त नहीं कर सकते. आज जो हुआ वो राजद के संविधान के खिलाफ हुआ.”
जाहिर है तेजप्रताप यादव ने जगदानंद सिंह के फैसले को खारिज कर दिया है. इसके बाद राजद में फिर से घमासान शुरू होने के आसार नजर आने लगे हैं. तेजप्रताप यादव के करीबी बता रहे हैं कि वे खामोश बैठने वाले नहीं हैं. उन्हें लालू-राबड़ी ने छात्र राजद चलाने की जिम्मेवारी दी थी. इसलिए वे प्रदेश अध्यक्ष को नियुक्त कर संगठन को चला रहे थे. अब उनसे ये भी छीना जा रहा है. लिहाजा तेजप्रताप नया बखेड़ा शुरू कर सकते हैं.
जगदानंद के समर्थन में तेजस्वी
उधर तेजस्वी यादव ने देर शाम मीडिया से बात करते हुए कहा कि जगदानंद सिंह छात्र राजद ही नहीं बल्कि प्रदेश में राजद के पूरे संगठन को चलाने के लिए स्वतंत्र हैं. उनके काम में कोई हस्तक्षेप नहीं करता. लिहाजा अगर उन्होंने छात्र राजद के अध्यक्ष की नियुक्ति की है तो वह सही है. तेजस्वी ने कहा कि जगदानंद सिंह प्रदेश संगठन में कोई भी फैसला लेने को स्वतंत्र हैं.