‘रामा-तेजप्रताप की टेंशन से आरजेडी के मुक्त करायेंगे लालू, राम मंदिर सुशील मोदी की बपौती नहीं है’

‘रामा-तेजप्रताप की टेंशन से आरजेडी के मुक्त करायेंगे लालू, राम मंदिर सुशील मोदी की बपौती नहीं है’

PATNA: विधानसभा चुनाव की दहलीज पर खड़े बिहार के राजनीतिक दलों से जुड़े हुए कई सवाल हैं जो सियासत के गलियारों में टहल रहे हैं। आरजेडी से जुडे़ हुए कुछ सवालों के जवाब अब तक नहीं मिल पाये हैं। सवाल आरजेडी में रामा सिंह की एंट्री को लेकर भी है और सवाल तेजप्रताप की आधा दर्जन सीटों की डिमांड पर भी है। वैशाली से पूर्व सांसद रामा सिंह लगातार यह कह रहे हैं कि वे आरजेडी में शामिल होने जा रहे हैं लेकिन आरजेडी में इस सवाल पर चुप्पी है। दूसरी तरफ तेजप्रताप यादव ने लालू से आधा दर्जन सीटों की मांग की है। डिमांड को लेकर तेजप्रताप अब अपने तेवर भी दिखाने लगे हैं। 

रामा सिंह और तेजप्रताप की डिमांड मौजूदा वक्त में लालू-तेजस्वी की सबसे बड़ी टेंशन है। आरजेडी प्रवक्ता भाई विरेन्द्र ने कहा है कि रामा सिंह और तेजप्रताप यादव की डिमांड पर लालू यादव और तेजस्वी यादव को फैसला लेना है। लालू-तेजस्वी हमारे नेता हैं और सारे फैसले उन्हीं को लेने हैं। फस्र्ट बिहार से बातचीत करते हुए भाई विरेन्द्र ने सीएम नीतीश कुमार और बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी पर भी हमला किया। भाई विरेन्द्र ने जेडीयू के नारे को लेकर कहा कि नीतीश कुमार और उनकी पार्टी चाहे जो नारा लगा ले लेकिन इस बार नीतीश कुमार के नाम पर वोट मिलने वाला नहीं है।

 डिप्टी सीएम सुशील मोदी पर हमला बोलते हुए भाई विरेन्द्र ने कहा कि जब चुनाव आता है तो बीजेपी को राम मंदिर याद आ जाता है। राम उनकी बपौती नहीं है। वे राम को अपनी बपौती समझते हैं। चाहे देश स्तर का चुनाव हो या राज्य स्तर का चुनाव हो वे राम का नाम लेकर चुनावी फायदा उठाना चाहते हैं लेकिन अब जनता सब समझ चुकी है। आपको बता दें कि सुशील मोदी ने एक ट्वीट कर आरजेडी और वामदल पर हमला बोला था। सुशील मोदी ने लिखा था कि आरजेडी और वामदल राम मंदिर के शिलान्यास का स्वागत नहीं किया था। आरजेडी सामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता के नाम पर धोखा देती रही है।