PATNA: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले बिहार में सेंधमारी का सिलसिला चल रहा है। आरजेडी-और जेडीयू दोनों एक दूसरे के घर में सेंधमारी में जुटे हैं। पिछले दिनों जेडीयू सांसद ललन सिंह ने दावा किया था कि आरजेडी में बड़ी भगदड़ मचने वाली है। ललन सिंह के दावे के मुताबिक आरजेडी में बड़ी भगदड़ तो नहीं मची है लेकिन आज आरजेडी के एक और विधायक ने पाला बदल लिया है। तेघड़ा से आरजेडी विधायक विरेन्द्र कुमार ने जेडीयू का दामन थाम लिया है।
आपको बता दें कि इससे पहले भी आरजेडी के कई विधायक और विधानपार्षद आरजेडी छोड़कर जेडीयू में शामिल हुए हैं। आरजेडी को सबसे बड़ा झटका तब लगा था जब राजद के पांच विधान पार्षद जेडीयू में शामिल हुए थे। हाल में भी प्रेमा चैधरी, चंद्रिका राय, महेश्वर यादव सहित कई विधायक आरजेडी छोड़कर जेडीयू में शामिल हुए थे।
आरजेडी छोड़कर जेडीयू में आए विधायक विरेन्द्र कुमार को पार्टी की सदस्यता दिलाने के बाद जेडीयू सांसद ललन सिंह ने कहा कि राजद में अब कोई दम नहीं है, राजद नेताओं को इसकी जानकारी है। चुनाव में कहां पर रहेंगे, ये जानकारी भी उनको है। 2010 में जो स्थिति थी, आरजेडी हालत उससे भी खराब होगी। 2015 में नीतीश कुमार के चेहरे की वजह से स्थिति बदली थी। उन्होंने कहा कि बजार में सबसे कम बिकता है, वो प्रोडक्ट राजद है। राजद वैसे ही है, विज्ञापन कर रही है। टिकट में नगदी नारायण के लिए ऐसा किया जा रहा है। कुछ धन बन जायेगा, परिणाम के बारे में राजद के नेता भी जानते हैं। लालू यादव के खिलाफ झारखंड हाईकोर्ट में दाखिल पीआईएल को लेकर ललन सिंह ने कहा कि पीआईएल किसने की, इसकी जानकारी नहीं। 1998 की बात है, जब लालू जेल गए थे, तब गेस्ट हाउस को जेल बना दिया गया था। सुप्रीम कोर्ट ने तब टिप्पणी की थी, जब जेल में सुरक्षा नहीं, तो गेस्ट हाउस में कैसे सुरक्षा होगी। लालू की पुरानी आदत है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार करने में लालू को शर्म नहीं आती, जेल में रहना शर्मनाक लगता है। लालू प्रसाद आदतन भ्रष्टाचारी हैं, मौका मिला, तो भ्रष्टाचार किया।