RJD की बैठक में जुटे नेताओं ने हार के लिए कांग्रेस पर ठीकरा फोड़ा, कईयों की राय.. अपनी वजहों से मिली हार

RJD की बैठक में जुटे नेताओं ने हार के लिए कांग्रेस पर ठीकरा फोड़ा, कईयों की राय.. अपनी वजहों से मिली हार

PATNA : विधानसभा चुनाव में हार की समीक्षा को लेकर आरजेडी की महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है. इस बैठक में आरजेडी के तमाम नेताओं का जुटान हुआ है लेकिन बैठक शुरू होने के पहले आरजेडी कार्यालय का माहौल कांग्रेस को लेकर गरम दिख रहा है. विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के सत्ता से दूर रह जाने के पीछे आरजेडी के नेता कांग्रेस को बड़ी वजह बता रहे हैं. कांग्रेस के वैसे उम्मीदवार जो चुनाव जीत गए या फिर हार गए, दोनों कांग्रेस के प्रदर्शन पर सवाल खड़े कर रहे हैं.


पूर्व सांसद आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद को पहली बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचने का मौका मिला है लेकिन उनकी राय में कांग्रेस को जीतनी सीटें गठबंधन में दी गई उसके मुताबिक कांग्रेस प्रदर्शन नहीं कर पाई. चेतन आनंद की मानें तो कांग्रेस को जितनी सीटों पर जीत हासिल हुई उतनी और सीटें कम से कम जीतनी चाहिए थी. चेतन आनंद की मानें तो कांग्रेस अगर सही रणनीति के साथ चुनाव लड़ती तो और ज्यादा सीटों पर जीत हासिल हो सकती थी. हालांकि उनकी राय में चुनाव के अंदर तेजस्वी की हार नहीं हुई है. जनता ने महागठबंधन को स्वीकार किया है. 


आरजेडी के पूर्व विधायक और इस बार चुनाव में हारने वाले यदुवंश यादव की मानें तो कांग्रेस की वजह से उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा. जबकि पूर्व मंत्री रमई राम के मुताबिक भितरघात की वजह से आरजेडी के उम्मीदवारों को परेशानी हुई. रमई राम ने कहा है कि कांग्रेस की हैसियत आरजेडी के उम्मीदवारों को जीताने की नहीं थी. उनकी जितनी हैसियत थी वह उतनी ही मदद कर पाएं. 


हालांकि ऐसा नहीं है कि आरजेडी के सभी नेता कांग्रेस के खिलाफ ही बयान बाजी कर रहे हैं. आरजेडी के पूर्व विधायक विजय प्रकाश भले ही चुनाव हार गए लेकिन उनकी राय में हार का ठीकरा दूसरे पर फोड़ना उचित नहीं है. एलईडी के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा है कि चुनाव में लालू यादव की कमी खली और उनकी जगह कोई नहीं ले सकता. पृथ्वी ने दो टूक शब्दों में कहा है कि लालू लालू हैं और तेजस्वी तेजस्वी. आरजेडी के नेताओं की यह प्रतिक्रिया बैठक शुरू होने के पहले आई है. अब इंतजार है कि बैठक के अंदर कौन-कौन से मुद्दे उठते हैं