PATNA: राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के रूठने मनाने के ड्रामे पर तेजस्वी यादव ने चुप्पी तोड़ी है। तेजस्वी ने कहा कि जगदानंद सिंह के नाराज होने की झूठी खबर फैलायी गयी। जगदानंद सिंह को लेकर अफवाह फैलाने वाले पहले ये तो बता दें कि जब वशिष्ठ नारायण सिंह जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष थे तो कितने दिन पार्टी के दफ्तर में आते थे. जगदा बाबू दो-चार दिन नहीं आये तो हंगामा क्यों किया जा रहा है।
दरअसल आज शाम ही जगदानंद सिंह ने तेजस्वी यादव से मुलाकात की थी. लगभग एक घंटे की मुलाकात के बाद जगदानंद सिंह राजद कार्यालय पहुंचे थे. वहां मीडिया से बात करते हुए उन्होंने अपनी नाराजगी की खबर को विपक्षी पार्टियों की साजिश करार दिया. जगदानंद सिंह ने कहा कि वे लालू-तेजस्वी के अलावा किसी की बात क्यों सुनेंगे औऱ क्यों नाराज होंगे.
हालांकि हर रोज पार्टी कार्यालय आने वाले जगदानंद सिंह 8 अगस्त से ऑफिस नहीं आ रहे थे. 8 अगस्त को तेजप्रताप यादव ने राजद कार्यालय में छात्र राजद का सम्मेलन किया था. उसी सम्मेलन में तेजप्रताप यादव ने खुले मंच से जगदानंद सिंह को हिटलर करार देते हुए कुर्सी को अपनी बपौती नहीं मानने की सलाह दी थी. जगदानंद ने उसी दिन से पार्टी दफ्तर आना छोड दिया था. पार्टी का हर कार्यकर्ता जान रहा था कि जगदा बाबू नाराज हैं.
तेजस्वी ने कहा-कोई नाराजगी नहीं
तेजस्वी यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि राजद में विवाद की झूठी खबर फैलायी जा रही है. जगदा बाबू पार्टी के सीनियर लीडर हैं औऱ उनकी उम्र भी काफी ज्यादा है. फिर वे पार्टी के लिए जी-जान से लगे हैं. अगर दो-चार दिन वे पार्टी दफ्तर में नहीं आये तो किस बात का हंगामा खड़ा हो गया.
जगदानंद को पूरा अधिकार
तेजस्वी यादव ने कहा कि जगदानंद सिंह को प्रदेश संगठन में सारे फैसले लेने का अधिकार है. उनके कार्यक्षेत्र में किसी का कोई हस्तक्षेप नहीं होता. ऐसे में अगर उन्होंने छात्र राजद के प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति की है तो वह उनका अधिकार है. तेजस्वी ने कहा कि मेरा कोई हस्तक्षेप प्रदेश संगठन में नहीं होता. जगदानंद सिंह जैसे पार्टी चलायें उनकी बात हर कोई मानता है.
गौरतलब है कि जगदानंद सिंह ने आज छात्र राजद के प्रदेश अध्यक्ष आकाश यादव की जगह गगन कुमार को नया अध्यक्ष नियुक्त किया है. आकाश यादव तेजप्रताप यादव के आदमी थे और तेजप्रताप ने उन्हें अध्यक्ष घोषित किया था. जगदानंद सिंह ने कहा कि आकाश यादव नाम का कोई आदमी छात्र राजद का प्रदेश अध्यक्ष था ही नहीं. उसे कभी प्रदेश अध्यक्ष बनाया ही नहीं गया. प्रदेश अध्यक्ष के पद पर उन्होंने पहली दफे गगन कुमार की नियुक्ति की है.
जगदानंद सिंह के फैसले औऱ तेजस्वी के मुहर के बाद भी तेजप्रताप यादव ने हमला बोला है. तेजप्रताप ने कहा है कि जगदानंद सिंह ने प्रवासियों की सलाह से राजद के पार्टी संविधान का उल्लंघन किया है. पार्टी संविधान के मुताबिक ही चलेगी.