PBKSvsRCB: अंतिम चार ओवर में मात्र एक बाउंड्री, भुवी-हेजलवुड की जोड़ी के सामने नतमस्तक हुए पंजाब के बल्लेबाज Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियां हुईं तेज, EC जल्द शुरू करेगा BLA-2 के लिए विशेष प्रशिक्षण शादी में सियासत का तड़का: लालू यादव के गाने पर वरमाला के बाद अचानक झूमने लगा दूल्हा, अपनी शादी को बना लिया यादगार Anupama Yadav: भोजपुरी सिंगर अनुपमा यादव के खिलाफ थाने में केस दर्ज, जानिए.. क्या है मामला? Anupama Yadav: भोजपुरी सिंगर अनुपमा यादव के खिलाफ थाने में केस दर्ज, जानिए.. क्या है मामला? Bihar News: भूमि विवाद में युवक को कुल्हाड़ी से काटा, इलाके में हड़कंप के बाद कई गिरफ्तारियां Dhanush: धनुष की फिल्म के सेट पर लगी भीषण आग, राख में तब्दील हुआ सब कुछ Bihar News: क्रिकेट टूर्नामेंट में पहुंची समाजसेविका सोनाली सिंह, खिलाड़ियों को किया सम्मानित Bihar News: बिहार के इन 59 उत्पादों को जल्द मिल सकता है GI Tag, लिस्ट में लिट्टी-चोखा से लेकर और भी बहुत कुछ खेत से काम कर लौटी बुजुर्ग तो गायब हो चुका था घर, लोगों ने कहा ‘नुकसान हुआ मगर किस्मत की धनी निकली बुढ़िया’
DESK: किसी भी शादी समारोह से पहले सगाई की रस्म काफी अहम होती है। सगाई होने के साथ ही यह तय हो जाता है कि युवक-युवती जल्द ही शादी के बंधन में बंध जाएंगे। सगाई के मौके पर अंगूठी पहनाने की रस्म होती है लेकिन अगर कोई जोड़ा अंगूठी की जगह एक दूसरे को हेलमेट पहनाए तो इसे क्या कहेंगे?
दरअसल, छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले से एक ऐसा ही अनोखा मामला सामने आया है, जहां डोंगरगढ़ में एक युगल जोड़ी ने सगाई के मौके पर अंगूठी के साथ साथ एक-दूसरे को हेलमेट पहनाकर समाज को सड़क सुरक्षा का बड़ा संदेश दे दिया। सोशल मीडिया मे तस्वीरें सामने आने के बाद इस पहल की खुब सराहना हो रही है।
जरवाही गांव निवासी ग्राम सचिव वीरेंद्र साहू की शादी करियाटोला निवासी ज्योति साहू के साथ तय हुई है। शादी से पहले सगाई समारोह आयोजित की गई। जिसमें वीरेंद्र और ज्योति ने एक-दूसरे को हेलमेट पहनाकर सगाई की रस्म पूरी की और लोगों से अपील की कि बाइक चलाते वक्त हमेशा हेलमेट का इस्तेमाल करें।
बता दें कि वीरेंद्र साहू के पिता का निधन एक दर्दनाक सड़क हादसे मे हो गया था। वह बाइक चला रहे थे लेकिन हेलमेट नहीं पहना था। वीरेंद्र का मानना है कि अगर हादसे के वक्त उनके पिता ने हेलमेट पहना होता तो उनकी जान बच सकती थी और आज शायद वह जिंदा होते। उनका पूरा परिवार सड़क सुरक्षा को लेकर लोगों को जागरुक कर रहा है। यह परिवार अबतक एक हजार से अधिक लोगों में मुफ्त हेलमेट बांट चुका है।