ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Assembly Elections 2025 : जदयू चुनावी तैयारी 2025: 91 सदस्यीय अभियान समिति का गठन, यह नेता बना अध्यक्ष; विकास और भ्रष्टाचार विरोधी रणनीति पर फोकस Piyush Pandey: ‘अबकी बार मोदी सरकार’ स्लोगन देने वाले एड गुरु पीयूष पांडे का निधन, 70 वर्ष की आयु में दुनिया को कहा अलविदा Piyush Pandey: ‘अबकी बार मोदी सरकार’ स्लोगन देने वाले एड गुरु पीयूष पांडे का निधन, 70 वर्ष की आयु में दुनिया को कहा अलविदा Bihar Assembly Election 2025 : मुकेश सहनी के नेता पर दर्ज हुआ FIR, पार्टी ने इस विधानसभा सीट से दिया था टिकट ; जानिए क्या है पूरा मामला BIHAR ELECTION : RJD के खेसारी पर BJP के रवि किशन भड़के, कहा - सनातन विरोधियों पर चलेगा वाण, इन बातों पर दिया जोड़ Bihar Assembly Elections 2025 : बाहुबली नेता मुन्ना शुक्ला की बेटी और RJD कैंडिडेट शिवानी शुक्ला को धमकी देने वाला शख्स हुआ अरेस्ट ! इस जगह सेआए थे कॉल Bihar Assembly Election 2025 : आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन कर राजनीतिक प्रचार करना मास्टर साहब को पड़ा महंगा, शिक्षा विभाग की बड़ी कार्रवाई Bihar News: भीषण सड़क हादसे में युवक की मौत, गांव में पसरा मातम Bihar Assembly Elections : बिहार में जातीय जनगणना नहीं बल्कि इस समीकरण को ध्यान में रख हुआ कैंडिडेट चयन ; जानिए क्या है पूरी बात Bihar News: अजब पुलिस की गजब कहानी! महिला का पर्स काटकर भागे बदमाश, पुलिस ने गुमशुदगी का मामला किया दर्ज

सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज एन पी सिंह का निधन, न्याय जगत में शोक की लहर

1st Bihar Published by: Updated Tue, 21 Jul 2020 09:25:57 PM IST

सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज एन पी सिंह का निधन, न्याय जगत में शोक की लहर

- फ़ोटो

PATNA :  सुप्रीम कोर्ट से सेवानिवृत्त न्यायाधीश न्यायमूर्ति एन पी सिंह का निधन मंगलवार को पटना के राजेन्द्र नगर स्थित आवास पर दोपहर डेढ़ बजे हो गया. न्यायमूर्ति एन पी सिंह के पुत्र न्यायमूर्ति सुधीर सिंह वर्तमान समय में पटना हाई कोर्ट के जज हैं. 25 दिसंबर, 1931 को जन्मे न्यायमूर्ति एन पी सिंह 89 वर्ष के थे. उनके निधन से पूरे न्याय जगत को अपूरणीय क्षति हुई है.


रिटायर्ड जज न्यायमूर्ति एन पी सिंह  9 जनवरी, 1956 को एडवोकेट के रूप में निबंधित हुए थे. न्यायमूर्ति एन पी सिंह 17 वर्षों तक वकालत करने के बाद 1973 में पटना हाई कोर्ट के सबसे कम उम्र के जज बने थे.  उनके पिता स्वर्गीय बलदेव सिंह भी राज्य के जाने माने वकील थे.  1991में पटना हाई कोर्ट के ऐक्टिंग चीफ जस्टिस बने.  फिर, फरवरी 1992 में कोलकाता हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस नियुक्त हुए और जून में सुप्रीम कोर्ट के जज बने जहां से दिसंबर 1996 में सेवानिवृत्त हुए. रिटायरमेंट के बाद एक दशक तक बहुचर्चित कावेरी जल विवाद के निपटारे के लिए गठित ट्रिब्यूनल के चेयरमैन भी रहे.


जस्टिस सिंह के निधन पर हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस समेत अन्य जजों ने गहरा शोक व संवेदना प्रकट किया है.  बुधवार को हाई कोर्ट में सुबह साढ़े ग्यारह बजे वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए एक शोक - सभा का आयोजन किया जाएगा, जिसमें उन्हें हाई कोर्ट की ओर से भावभीनी श्रद्धांजलि दी जाएगी और उनके सम्मान में उस दिन की कोर्ट की कार्यवाही स्थगित कर दी जाएगी. शोक सभा में सभी जजों के अलावा महाधिवक्ता ललित किशोर, एडवोकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष योगेश चन्द्र वर्मा, लॉयर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय कुमार ठाकुर व बार एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय सिंह भी शामिल होंगे.


जस्टिस सिंह के निधन पर न्यायमूर्ति उदय सिन्हा, मुख्यमंत्री के विधि सलाहकार पुर्व महाधिवक्ता रामबालक महतो, लोकायुक्त अध्यक्ष जस्टिस श्याम किशोर शर्मा, लोकायुक्त जस्टिस मिहिर कुमार झा, राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष जस्टिस विनोद कुमार सिन्हा, पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष जस्टिस संजय कुमार, वरीय अधिवक्ता पी के शाही, कृष्णा प्रसाद सिंह, यदुवंश गिरी, श्यामकिशोर शर्मा, प्रभाकर टेकरीवाल समेत अनेक वकीलों ने गहरा शोक व्यक्त किया है.