नीतीश कुमार को बड़ा झटका, जेडीयू के पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने दिया इस्तीफा Namami Gange Yojana: बिहार के इस जिले को केंद्र सरकार की सौगात, नमामी गंगे और अटल मिशन के तहत मिलेगा साढ़े पांच सौ करोड़ का विकास पैकेज जनेऊ नहीं उतारा तो परीक्षा से किया बाहर, FIR के बाद बढ़ी सियासत Parenting Tips: पढ़ाई के दौरान क्यों आती है बच्चों को नींद? ये काम करें; दूर हो जाएगी परेशानी Bihar politics: बहुमत है, पर नैतिकता नहीं', बीजेपी पर बरसे मनोज झा, वक्फ कानून की वापसी की उठाई मांग! Life Style: हार्ट अटैक से पहले आपका शरीर देता है कई संकेत, अगर यह परेशानी है तो तुरंत टेस्ट कराएं सजना-संवरना बन गया बड़ी मुसीबत: पत्नी ने कराया फेसियल, तो पति ने ससुराल में ही कर दिया बड़ा कांड CBI Raid in Patna: पटना में CBI का बड़ा एक्शन, छापेमारी कर शातिर को दबोचा; जानिए.. क्या है मामला? CBI Raid in Patna: पटना में CBI का बड़ा एक्शन, छापेमारी कर शातिर को दबोचा; जानिए.. क्या है मामला? Bihar Politics: तेजस्वी यादव का कलेजा क्यों फट रहा..? बिहार BJP ने किया खुलासा
DESK : रविवार को साल का तीसरा चंद्रग्रहण लगने वाला है. इस ग्रहण की ख़ास बात यह है कि यह उपछाया चंद्र ग्रहण है और यह गुरु पूर्णिमा के दिन लग रहा है. समय के अनुसार यह चंद्रग्रहण सुबह 8 बजकर 37 मिनट पर शुरू होगा और 11 बजकर 22 मिनट पर समाप्त होगा. इस ग्रहण को दक्षिण एशिया के कुछ हिस्से, अमेरिका, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया में देखा जा सकता है. ज्योतिषशास्त्र के अनुसार यह ग्रहण धनु राशि में लगने वाला है.
क्या है उपछाया चंद्रग्रहण ?
जब पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच में आ जाती है अर्थात सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीधी रेखा में होती है तो चंद्रग्रहण लगता है. लेकिन जब पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच में तो होती है पर ये तीनों एक सीधी लाइन में नहीं होते हैं तो उपछाया चंद्रग्रहण लगता है.
क्या है धार्मिक महत्व
हिंदू धर्म में ग्रहण और ग्रहण काल का बहुत महत्व है. कीड़ी भी ग्रहण के 9 घंटे पहले सुतक काल शुरू हो जाता है. इस दौरान मंदिर में भगवन के पट बंद कर दिए जाते हैं. पर ये ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देने वाला है इस लिए सुतक काल भारत में मान्य नहीं होगा. लेकिन ज्योतिष के जानकार की माने तो ग्रहण काल खत्म होने के बाद घर की साफ-सफाई और स्नान-ध्यान जरूर करना चाहिए. ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि राहु और केतू का नकारात्मक प्रभाव चंद्रमा पर रहता है.जिस वजह से व्यक्ति दोषग्रस्त हो जाता है.
इन राशि वालों पर होगा असर
इस ग्रहण का सबसे ज्यादा असर 4 राशि वाले जातकों पर पड़ने वाला है. वो है - मिथुन,कर्क, तुला और धनु राशि.
मिथुन राशि- भले ही यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं दे रहा है लेकिन इसका प्रभाव मिथुन राशि वाले जातको पर पड़ेगा. मिथुन राशि वाले जातकों के सातवें भाव में यह ग्रहण पड़ेगा, इसलिए इसका बुरा असर होगा. जीवनसाथी की सेहत खराब हो सकती है और उन्हें बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है. वहीं व्यापार में पार्टनरशिप पर भी इसका असर पड़ेगा. इस दौरान मानिसक तौर पर निर्बल महसूस करेंगे. खर्चों में बढ़ोतरी होगी.
कर्क राशि-चंद्र ग्रहण का सबसे ज्यादा असर कर्क राशि वाले जातको पर पड़ेगा. ये ग्रहण कर्क राशि के छठे भाव में पड़ेगा. जिससे खर्चों में बढ़ोतरी होगी. वहीं इसका असर आपके निजी रिश्ते पर भी पड़ेगा. ग्रहण से रिश्ते प्रभावित हो सकते हैं.
तुला राशि- तुला राशि वाले जातकों के तीसरे भाव में ग्रहण लगने जा रहा है. इस दौरान इस राशि वाले जातकों को संभल कर रहना होगा नहीो तो बेवजह की बदनामी हो सकती है.
धनु राशि- धनु राशि वाले जातकों के दांपत्य जीवन पर ग्रह का विशेष प्रभाव पड़ेगा. इसकी वजह यह है कि यह ग्रहण धनु राशि में ही लगने जा रहा है. इसलिए इन्हें अपनी सेहत और दांपत्य जीवन पर ध्यान देने की जरुरत है.