PATNA : द्रौपदी मुर्मू देश की 15वीं महामहिम राष्ट्रपति बन गई हैं. सीजेआई एनवी रमण ने उन्हें राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई. शपथ ग्रहण में पीएम मोदी लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, संसद सदस्य सैन्य अधिकारी समारोह में शामिल हुए. हालांकि बिहार के मुख्यमंत्री सीएम नीतीश कुमार इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए. इसको लेकर सियासी गालियारों में अटकों की बाजार गर्म हो गई है. अब जेडीयू नेता उपेंद्र कुशवाहा ने इसपर सफाई दी है.
जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि हर कार्यक्रम में प्रत्येक व्यक्ति शामिल हो, इसकी जरूरत नहीं होती है. राष्ट्रपति का चुनाव संपन्न हो गया है, शपथ ग्रहण तो एक मात्र औपचारिकता होती है. यदि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाए तो इसपर बहुत गौर करने की जरूरत नहीं है. मुख्यमंत्री को बहुत सारा काम रहता है, इसीलिए वो शपथ ग्रहण में शामिल होने नहीं जा पाए.
पिछले दिनों फुलवारी शरीफ मामले पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा था कि बिहार आतंक का नया गड्ढ़ बन गया है. अब इसपर पलटवार करते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि संजय जायसवाल को यदि इस प्रकार की जानकारी है, तो वो मुख्यमंत्री या सम्बंधित अधिकारी को शेयर करें. जिस तरह से बयान दे रहे हैं, ऐसा लगता है कि उसको बहुत बात की जानकारी है, जिसको वो छुपा रहे हैं. ऐसे में उन्हीं पर आरोप लग सकता है.
जेडीयू नेता ने बीजेपी अध्यक्ष जीपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह के बिहार दौरे पर कहा कि उनकी पार्टी का कार्यक्रम में वो लोग आ रहे हैं. बिहार के सबसे बड़े नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं, बाकि किसी के आने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा. एनडीए में सबकुछ ठीक है.