रांची में लालू यादव से मुलाकात पर पाबंदी, वीडियो-फोटो वायरल होने के बाद जेल प्रशासन ने सख्ती का एलान किया

रांची में लालू यादव से मुलाकात पर पाबंदी, वीडियो-फोटो वायरल होने के बाद जेल प्रशासन ने सख्ती का एलान किया

RANCHI: चारा घोटाले के एक मामले में अदालत द्वारा दोषी करार दिये जाने के बाद न्यायिक हिरासत में भेजे गये लालू प्रसाद यादव पर बंदिशें लगाने का एलान किया गया है. दरअसल न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के बाद लालू को इलाज के लिए रिम्स अस्पताल के पेइंग वार्ड में भर्ती कराया गया था. वहां लोगों के बेरोकटोक आने जाने का वीडियो और फोटो वायरल हुआ था. इससे हुई फजीहत के बाद लालू यादव से मुलाकात पर बंदिशें लगा दी गयी है.


सप्ताह में एक दिन सिर्फ 3 लोगों से मुलाकात

रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार के अधीक्षक हामिद अख्तर की ओर से आज ये जानकारी दी गयी कि जेल मैनुअल के तहत लालू यादव से मुलाकात की व्यवस्था की गयी है. रिम्स के पेइंग वार्ड में भर्ती लालू प्रसाद यादव से मिलने के लिए शनिवार का दिन तय किया गया है. जो कोई भी लालू प्रसाद से मिलना चाहते हैं उन्हें पहले से बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार के अधीक्षक को आवेदन देना होगा. जेल प्रशासन ने बताया कि शनिवार के दिन सिर्फ तीन लोगों को ही मुलाकात की अनुमति दी जा सकती है.


लालू की सहमति से दी जायेगी अनुमति

जेल अधीक्षक ने बताया कि अगर कोई लालू प्रसाद यादव से मुलाकात के लिए आवेदन देता है तो लालू प्रसाद की इच्छा जानने के बाद मुलाकात की मंजूरी दी जायेगी. अगर आवेदन आते हैं तो पहले इसकी जानकारी लालू प्रसाद को दी जाएगी. उनकी हरी झंडी मिलने के बाद ही यह तय होगा कि कौन मिलेगा और कौन नहीं. हालांकि अपने वकीलों और परिवार के लोगों से मुलाकात के लिए शनिवार के अलावा दूसरे दिन भी अनुमति दी जा सकती है. जेल मैनुअल में विशेष परिस्थिति में मुलाकात की मंजूरी देने का प्रावधान है. जेल अधीक्षक के मुताबिक अभी तक न तो लालू प्रसाद ने किसी से मिलने की इच्छा जताई है और न ही उनके किसी जानने वाले ने मिलने का आवेदन दिया है. जेल प्रशासन के मुताबिक लालू प्रसाद की सुरक्षा की प्रतिदिन समीक्षा की जा रही है. उनकी सुरक्षा में किसी प्रकार की कोताही नहीं बरतने के निर्देश दिये गये हैं. 


वीडियो-तस्वीरों को नकारा

रिम्स में भर्ती लालू प्रसाद यादव से मिलने आये राजद के नेताओं का वीडियो  औऱ फोटो दोनों वायरल है. इसके बाद झारखंड की हेमंत सरकार पर निशाना साधा जा रहा है. विपक्षी पार्टियों के नेता कह रहे हैं कि लालू यादव न्यायिक हिरासत में रहकर भी दरबार लगा रहे हैं. लेकिन जेल अधीक्षक ने दावा किया कि लालू यादव से अनाधिकृत लोगों का मिलना संभव नहीं है. फिर भी जेल प्रशासन पूरे मामले की छानबीन कर रहा है.